ऐसा ही लगता अन्ना अरविन्द जी ,हो सकता है इन्हें कपिल मुनि की सचमुच आवाजें ही सुनाई दे रहीं हों ,ऑडियो हेल्युसिनेशन हो रहें हों ,दुचित्ता और दुरंगा तो यह आदमी है ही ,आदमी का आदमी जोगी का जोगी ,जासूस का जासूस ,हद तो यह है कोंग्रेस में तोतों के भी आगे तोते होतें हैं ,कुछ प्राधिकृत तोतें हैं जो गाली गुफार में माहिर हैं .पहले ऐसे तोतों को वैश्या के तोते कहा जाता था ,अब ये हाई कमान के तोते कहातें हैं ,गौरवानित होतें हैं .वेदांगी का तोता मन्त्र जाप करता था .राजनीति का जालसाजी .
वीरू भाई , शंख-नाद तो हमने पहले ही बजा दिया था ...???क्यों... ऐसे भगवा-ठगवा अभी बहुत मिलेंगे ..लंबा रास्ता है...छोडो अभी ..पहले मोर्चे की जीत की खुशी मनाओ ,फिर आगे बदते हैं| मुबारक कबूल करो ... शुभकामनाये !स्वस्थ रहो !
14 टिप्पणियां:
अच्छा व्यंग्य
पहले भी देखी है लेकिन इस संन्यासी की ऐसी गंदी दिखने वाली बॉडी लैंग्वेज मैंने कम ही देखी है. ये कभी मेरे हीरो रहे हैं.
सांसद खडे़ सभी संसद में
अन्ना ने कमाल कर दिया
चारा खाने वालों को भी
देश भक्ती से भर दिया
सन्नाट व्यंग।
त्रेता युग के कपिल मुनि से सीधे बात कर रहे थे. मिडिया ने पकड़ लिया .
समझने के लिए दिमाग दौड़ाना पड़ा।
दोनों कहीं कोई लफ़डा करवा्ने की फ़िराक में होंगे?
कहीं वे भूतकाल के कपिल से तो नहीं बतिया रहे थे
ऐसा ही लगता अन्ना अरविन्द जी ,हो सकता है इन्हें कपिल मुनि की सचमुच आवाजें ही सुनाई दे रहीं हों ,ऑडियो हेल्युसिनेशन हो रहें हों ,दुचित्ता और दुरंगा तो यह आदमी है ही ,आदमी का आदमी जोगी का जोगी ,जासूस का जासूस ,हद तो यह है कोंग्रेस में तोतों के भी आगे तोते होतें हैं ,कुछ प्राधिकृत तोतें हैं जो गाली गुफार में माहिर हैं .पहले ऐसे तोतों को वैश्या के तोते कहा जाता था ,अब ये हाई कमान के तोते कहातें हैं ,गौरवानित होतें हैं .वेदांगी का तोता मन्त्र जाप करता था .राजनीति का जालसाजी .
स्वामी फिर पकड़ा गया,
धरे शिखंडी-वेश,
सिब्बल के षड्यंत्र से,
धोखा खाता देश,
धोखा खाता देश,
वस्त्र भगवा का दुश्मन,
टीमन्ना से द्वेष,
कराता उनमे अनबन,
अग्नि का उद्देश्य, पकाता अपनी खिचड़ी,
है धरती पर बोझ, बुनाये जाला-मकड़ी ||
स्वामी फिर पकड़ा गया, धरे शिखंडी-वेश,
सिब्बल के षड्यंत्र से, धोखा खाता देश,
धोखा खाता देश,वस्त्र भगवा का दुश्मन,
टीमन्ना से द्वेष,कराता उनमे अनबन,
अग्नि का उद्देश्य, पकाता अपनी खिचड़ी,
है धरती पर बोझ, बुनाये जाला-मकड़ी ||
भाई साहब - सही - सही ! कल टी.वि.पर समाचार देख मै भी हैरान हो गया की यह कपिल - देव कहा से आ गया !
वीरू भाई , शंख-नाद तो हमने पहले ही बजा दिया था ...???क्यों... ऐसे भगवा-ठगवा अभी बहुत मिलेंगे ..लंबा रास्ता है...छोडो अभी ..पहले मोर्चे
की जीत की खुशी मनाओ ,फिर आगे बदते हैं|
मुबारक कबूल करो ...
शुभकामनाये !स्वस्थ रहो !
स्वामी जी तो वह रिपोर्टर ढूंढते फिर रहे होंगे अब...
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