स्टेंडिंग कमेटी में चारा खोर लालू और संसद में पैसा बंटवाने के आरोपी गुब्बारे नुमा चेहरे वाले अमर सिंह को लाकर सरकार ने अपनी मनसा साफ़ कर दी है ,सरकार जन लोकपाल बिल नहीं लायेगी .छल बल से बन्दूक इन दो मूढ़ -धन्य लोगों के कंधे पर रखकर गोली चलायेगी .सेंकडों हज़ारों लोगों की बलि ले सकती है यह सरकार मन मोहनिया ,सोनियावी ,अपनी कुर्सी बचाने की खातिर ,अन्ना मारे जायेंगे सब ।
क्योंकि इन दिनों -
"राष्ट्र की साँसे अन्ना जी ,महाराष्ट्र की साँसे अन्ना जी ,
मनमोहन दिल हाथ पे रख्खो ,आपकी साँसे अन्नाजी .
शनिवार, 20 अगस्त 2011
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9 टिप्पणियां:
वीरू भाई राम-राम !
मोर्चा खुला रखें ! बलि के लिए ...लालू और अमर जैसे पले-पलाये बकरे और कहाँ मिलेंगें ...
अपना तो बस एक ही नारा
अन्ना! झंडा ऊँचा रहे तुम्हारा
कर ले चाहे कोई जितने जत्त्न
होगा न बाल भी बांका तुम्हारा ||
आपकी सशक्त भावना सराहनीय है. मेरी पोस्ट पर आपकी असहमति को मैं महत्व देता हूँ.
आपकी पोस्ट हक़ीक़त बयान करती है।
छोटी किंतु दमदार प्रस्तुति।
गुब्बारे नुमा चेहरा, मूढ़-धन्य, वाह, तीखे तीर बरसाए हैं आपने।
देश को भी सुखद भविष्य जीने का अधिकार है।
Ekdam Sach aur Sateek....
शुभकामनायें देश के लिए !
कडुवा सच .... सत्य बयान किया है ...
देखते हैं , आगे क्या होता है ।
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