संविधान जिन्होनें पढ़ लिया है (दूसरी किश्त ).
अब जिन्होनें पढ़ लिया है ,उन्होंने ही "थामस साहब "को चीफ विजिलेंस कमिश्नर बना दिया था .किरण बेदी को कमिश्नर पुलिस बनने से रोक दिया था .कपिल सिब्बल जी इस देश की जनता को पूरी मासूमियत से बरगलाते ,बहकाते हैं ,"अनशन स्थल कमिश्नर ,दिल्ली पुलिस "तय करतें हैं .क्या पुलिस को वाकई इस देश में इतनी स्वायत्तता प्राप्त है ?सारा अमला तो "वी वी आई पी "सुरक्षा में लगा है ."एन एस जी "है शेष भारत ,आवाम के लिए क्या है ?
इन्हीं थामस साहब के कंधे और पीठ पर हाथ रखे रहे प्रधान मंत्री जी कहते हुए हमने जो कुछ किया देश हित में किया ,ठीक किया ,वे ऐसा ही बारहा कहते रहे जब तक के सुप्रीम कोर्ट ने फटकारा नहीं ,लताड़ा नहीं इस बिजूके को ,काग भगोड़े को .
संविधान जिन्होनें पढ़ लिया है उन्हीं लोगों ने राम लीला मैदान में बच्चों औरतों पर पुलिस से लाठी चार्ज करवाया ,अश्रु गैस के गोले दागे ,संतों को सलवार पहन कर भागने पर विवश किया .
पुणे में शान्ति पूर्ण प्रदर्शन करते किसानों पर गोली चलवाई .जमीन हड़प कर उनकी मुआवज़े के रूप में गोली खिलाई .
जिन्होनें संविधान पढ़ लिया है उस बे -जुबान बिजूके ने,काग भगोड़े ने अपने मुंह में कपिल सिब्बल की जुबान फिट करवाली है . .
ये लोग जो अपने को संविधान का माहिर बतलातें हैं ,अन्ना जी के लिए कहतें हैं उन्होंने संविधान नहीं पढ़ा है खुद संसद का सम्मान नहीं करते इसीलिए इनके चार सांसद जेल में है जिन्हें इन्होनें नहीं सुप्रीम कोर्ट ने तिहाड़ भेजा है .और १५० अपराधी हैं संसद में हैं .अन्नाजी संसद का सम्मान करतें हैं इसीलिए उन्होंने साफ़ कहा है संसद के समक्ष विमर्श के लिए दोनों लोक पाल प्रारूप रखे जाएँ उनके गुणधर्मों पर बहस हो ,जिसे सांसद मंजूरी दें वह भारत के आवाम के सर माथे के ,मेरे तुम्हारे .
मंगलवार, 16 अगस्त 2011
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3 टिप्पणियां:
सारगर्भित आलेख ..
तीखा आलेख मुद्दों की बात को खरे तरीके से कहता है. बढ़िया.
इसमें काफ़ी विचारोत्तेजक बातें कही गई हैं।
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