इधर अनाजी की सेहत माहिरों के मन में शंका पैदा कर रही है .सात दिनों में अन्नाजी का वजन पांच किलो गिर गया है .उनका रक्त चाप १३०/८० और नव्ज़ की फडकन ९० प्रति मिनिट बनी हुई है .यही प्ल्ज़ रेट हार्ट रेट भी होती है ।
अन्ना जी के खून और पेशाब में कुछ तेजाबों और एसिटोंन का स्तर अमान्य स्तर पर पहुँच गया है ।
इसका मतलब चिकित्सा शब्दावली में यह है शरीर "ज़मा चर्बी ,भंडारित वसाओं "को विखंडित करने लगा है जो शरीर तंत्र को समेकित बनाए रखने के लिए एक कवच का काम करता है जबकि टूटना ,सरल रूपों में ग्लूकोज़ को था .
अगर हठी सरकार ,दुर -बुद्ध,निरबुद्ध प्रधानमन्त्री यूं ही अपनी जिद पर अड़े रहे और अनशन के अब और आगे चलते कीटोंन स्तर यूं ही बढ़ता रहा तब अन्ना जी के दिल और गुर्दों को खतरे का वजन बढ़ जाएगा .रक्त चाप भी असरग्रस्त होगा ।
फोर्टिस अस्पताल के डॉ अनूप मिश्र तथा अन्नाजी का रोज़ डॉक्टरी मुआयना करने वाले डॉ ,नरेश त्रेहन साहब ने आने वाले २४ -४८ घंटे अपशकुनात्मक बतलाए हैं ,यदि अनशन आगे ज़ारी रहा तो सरकारी चिरकुट इसके लिए उत्तरदाई होंगें .संवेदन शून्य मम्मीजी से आदेश लेने वाले प्रधान मंत्री भी कहाँ मुंह छिपा पायेंगें ।
सरकार बाहरी ताकतों से तो देश की हिफाज़त नहीं कर पा रही है देश की मेधा और नैतिक शक्ति के लिए भी ऐसे हालात पैदा कर रही है जो फिलवक्त देश में तूफ़ान ला सकतें हैं .इस मर्तबा सरकार को मुआफी नहीं मिलेगी .जय -प्रकाश नारायण के गुर्दे लील ने वाली सरकार आपातकाल की आड़ में बच गई थी .तब से लेकर अब तक सरयू में काफी पानी बह चुका है .पहले विस्फोट लोगों के दिलों में होगा और फिर बाहर.इस बाहरी विस्फोट का सरकारी चिरकुटों को अंदाजा नहीं है ।
शत्रु पक्ष हमारी कितनी भी ज़मीन दबा ले ,आतंकी सरे आम समुन्दर उलाक कर आयें ,बम बसायें और सुरक्षित चले जाएँ ,सरकार मानवाधिकार वादियों के भुलावे छलावे में आकर जांच का फंदा हमारी प्रति -रक्षा सेवाओं की ओर ही फैंकती है .विदेश मंत्री विदेश में जाकर दूसरी ज़बान में बोलने लगता है .हलके में लेता है सब कुछ ,अपने को ही हर बार कुसूरवार मान लेता है .सरकार का नैतिक दायित्व है श्रेष्ठ वरिष्ठ नागरिकों के जीवन की रक्षा .इसके विपरीत यह उनके जीवन को ही अपने अड़ियल रुख से खतरे में डाल रही है .खुदा खैर करे ।
ईश्वर अल्लाह तेरों नाम सबको सम्मति दे भगवान् .......
सोमवार, २3 अगस्त २०११
Anna in danger Zone ,say docs.
NewDelhi:Anna hazare's health became a serious cause of worry on Monday as his fast entered the seventh day .It added to the concerns of the government ,which was still groping for a resolution to the stand off .
Doctors said the Gandhian leader was in the "danger zone "and may require urgent hospitalization in the next 24 to 48 hours .Hazare didn't address the crowed at Ramlila Maidan even once on Monday while he has been speaking twice a day till now .He spent most of the time lying down while thousands stepped out to reach the maidan in support of his agitation .
Hazare's weight is down to 67 kg from 72 kg in seven days ,his blood pressure is 130/80 and pulse rate 90,according to the health bulletin.The longest he has fasted previously is 12 days .
when contacted cardiologist Dr Naresh Trehan ,who is leading a team monitoring Hazare's health , said ,"His condition is not life -threatening is what I can say ."But there is a rise in ketone levels "-presence of certain acids and acetone in blood and urine -which means the body is breaking down stored fat instead of the glucose .
Dr Anoop Mishra of Fortis hospital told TIO,"The pateient has already entered the danger zone .He will need medical attention within the next 24 -48 hours .The fast may affect the heart ,kidney and blood pressure depending upon how fast Anna's ketone level rises.
Refrence Material :The Times of India .New Delhi ,capital ed .
7 टिप्पणियां:
वीरू भाई ,राम-राम .....
अन्ना की सेहत नही ....सरकार की सेहत खराब हो रही है ..!!!
शुभकामनाये हम सब को !
सही कहा है..
anna must break his fast this time .his life is precious for our nation
सरकार पता नहीं क्यों अभी तक सो रही है ...भगवान अन्नाजी पर अपनी कृपा बनाए रखें
चिंताज़नक बात है ।
हमें अन्ना के स्वास्थ्य पर अपडेट करते रहिये सर !
बहुत ही चिंताजनक स्थिति है ..
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