रविवार, 24 जनवरी 2010

कैसे पैमाइश (नाप्तें हैं )करतें हैं -मैक्सिमम और मिनिमम तापमान की ?


वह ताप मापी जिस से अधिक तम तथा न्यूनतम तापमान मापे जातें हैं ,मेक्स्मम एंड मिनिमम थर्मोमीटर कहलाता है .छोटी छोटी वैध शालाएं ,जो अनेक नगरों में मौसम विभाग ने स्थापित की हैं वह इस काम को अंजाम देतीं हैं .वर्षापात ,अधिकतम और न्यूनतम तापमान की इत्तला तार द्वारा मौसम विभाग को रोजाना भेजी जाती है .इस एवज ओब्ज़र्वेत्रीज़ में वेदर में नियुक्त किये गए हैं ।हालाकि मौसम की इत्तला देने वाले उपग्रह हैं ,लेकिन मेन्युअल रीडिंग्स का अपना महत्व है .ऑब्ज़र्वर मौसम की एक महत्वपूर्ण कड़ी है ,अखबार के हाकर की तरह .
एक ही लकड़ी के बक्से में यह दोनों मैक्सिमम और मिनिमम थर्मामीटर समायोजित रहतें हैं .इसमें तापमान का पाठ रीडिंग पढने के लिए स्लिट्स (सूराख )रहतें हैं ,इनका मुख आमतौर पर उत्तर दिशा में रखा जाता है .इसे "स्टीवेंसन स्क्रीन "कहतें हैं ।
मैक्सिमम थर्मामीटर एक मरकरी -इन ग्लास थर्मामीटर है .तापमान के चड़ने पर पारा फैलता है यह एक बाधा (कोंस्त्रिक्षण )के पार चला जाता है .तापमान के गिरने पर यही रोक ,कोंस्त्रिक्सन पारे को थामे रहती है ,उच्च दाब के सहारे .यही अधिक तम ताप - मान का पाठ यानी मैक्सिमम टेम्प्रेचर है ।
मिनिमम थर्मामीटर एक एल्कोहल इन ग्लास थर्मामीटर है .इसे बक्से में होरिजोंतल (पृथ्वी के समानांतर क्षेक्तिज़ रखा जाता है .)रखा जाता है उसी लकड़ी के फ्रेम में .जैसे जैसे तापमान गिरने लगता है एल्कोहल सिकुड़ने लगता है (कोंत्रेक्त होने लगता है ),साथ ही इंडेक्स बल्ब की तरफ (जिसमे एल्कोहल भरा होता है )खिसकने लगता है .एल्कोहल की मिनिस्कस (सतह ) का पाठ ही मिनिमम टेम्प्रेचर होता है ,जिसे ऑब्ज़र्वर आकर रोज़ पढता है ।
यहाँ थर्मामीत्रिक प्रोपर्टी -एक्सपेंशन है .तापमान के साथ द्रव का प्रसार और सिकुड़ना (एक्सपेंशन एंड कोंत्रेक्सन ).

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