मंगलवार, 26 जनवरी 2010

लिंगोथ्थान सम्बन्धी समस्याओं ने नकली व्याग्रा की आन लाइन बिक्री को हवा दी है .

लिगोथ्थान और इतर सेक्स समस्याओं ने नकली व्याग्रा की आन लाइन बिक्री को बेतहाशा (४४ फीसद )बढाया है .आज तकरीबन २३ लाख नकली दवाएं प्रचार -प्रसार पा रहीं हैं लिंगोथ्थान और अन्य यौन समस्याओं से निजात दिलवाने के नाम पर .इन दवाओं के बेरोकटोक बिक्री धड़ल्ले से आन लाइन ज़ारी है .यह कहना है ,चिकित्सा और औषध - शाश्त्र (भेषज साइंस दानों )के ब्रितानी ,स्वेडन(स्वीडन )और अमरीकी माहिरों और साइंस दानों का ।
इरेक्टाइल -डिसफंक्शन (लिंगोथ्थान अभाव )इसकी एक बड़ी वजह बना हुआ है जिसके चलते ९० फीसद तक नकली दवाएं आन लाइन बिक रहीं हैं .रोज़ मर्रा की ज़िन्दगी में पसरा तनाव ,दवाब तो कहीं इरेक्टाइल -डिसफंक्शन के मूल में नहीं ?

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