खून खराबे से भरपूर हिंसक विडियोगेम्स ब्रेन डेमेज की वजह बनतें हैं .एक अध्ययन के अनुसार हिंसा से भरपूर ऐसे वीडियो खेल नौनिहालों के सहज व्यवहार ,याददाश्त ,संवेग और रागात्मकता तथा सीखने की क्षमता को भी भोथरा बनाते हैं .
'Violent videogames damage brain'.It can Affect children's Behaviour ,Memory ,Emotion and Learning Power :Study/THE TIMES OF INDIA ,MUMBAI ,DECEMBER 1,2011,/P19
क्या आपका बच्चा ऐसे वीडियो खेल खेल रहा है जिनमे , वह घंटों या तो दैत्यों की बन्दूक से गोली दाग के ह्त्या करता रहता है या फिर बुरे चरित्रों को कत्ल करता रहता है ?यदि ऐसा है तो ये खेल दिमाग के उस हिस्से को असर ग्रस्त कर रहे होंगें जो नौनिहालों के व्यवहार के निर्धारण में एहम भूमिका में रहते हैं .याददाश्त के पनपने आवेगों संवेगों और सीखने की प्रक्रिया में भी खासा दखल रखते हैं .
भारत के सन्दर्भ इस अध्ययन के नतीजे इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यहाँ ऐसे खेलों का तकरीबन वर्तमान में ही ९०० सौ करोड़ रूपये का व्यापार है जिसके ५३%बढ़कर जल्दी ही २१२५ करोड़ रूपये का हो जाने का अनुमान है .
अध्ययन में जब उन युवजनों के ब्रेन का functional magnetic resonance imaging से विश्लेषण किया गया जो एक हफ्ते तक लगातार ऐसे ही खेलों में दीर्घावधि तक रोज़ मशगूल रहे थे तब पता चला इनके दिमाग का वह हिस्सा खासा प्रभावित हुआ है जिसका सम्बन्ध संज्ञानात्मक प्रकार्य, बोध सम्बन्धी कार्यों से पड़ता है तथा जो हमारे आवेगों और संवेगों को काबू रखते हैं .
रेडियोलोजिकल सोसायटी ऑफ़ नोर्थ अमरीका की वार्षिक बैठक में हाल ही में इस अध्ययन से निकले ये नतीजे विवेचना के लिए रखे गए थे . बेशक बरसों से इस बात को लेकर एक राय नहीं थी कि क्या वायोलेंट विडियोगेम्स उपयोग करता को नुकसान पहुंचाते हैं .इनके दीर्घावधि नकारात्मक प्रभावों को लेकर उल्लेखनीय साक्ष्य भी नहीं जुटाए जा सके थे .
इस अध्ययन के ज़रिये पहली मर्तबा यह तथ्य सामने आया है कि अव्यवस्थित बेतरतीब चुने गए ऐसे युवजनों के दिमाग के कुछ अग्रइलाकों में ,फ्रन्टल रीजन्स में अपने घरों में एक हफता हिंसक विडियोगेम्स खेलने के बाद कमतर सक्रीयता दर्ज़ हुई .यही कहना है Yang Wang का .आप रेडियोलोजी और इमेजिंग साइंसिज़ विभाग ,इंडियाना स्कूल ऑफ़ मेडिसन ,इंडियानापोलिस में असिस्टेंट रिसर्च प्रोफ़ेसर हैं .बकौल आपके दिमाग के यही वह हिस्से हैं इलाके हैं जो हमारे आक्रामक व्यवहार और संवेगों को काबू में रखतें हैं .
अध्ययन के लिए बे -तरतीब क्रम में १८-२९साला ऐसे युवजनों का चयन किया गया जिन्होनें ऐसे विडियोगेम्स नाममात्र को ही पूर्व में खेले थे इन्हें ११ -११ के दो समूहों में रखा गया .पता चला हिंसक वीडियोगेम का दिमाग के काम करने के ढंग पर दीर्घावधि असर पड़ता है ..
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1 टिप्पणी:
यह बात पेरेंट्स को अच्छी तरह समझनी चाहिए । बच्चे के मन पर असर भी ज्यादा होता है ।
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