बुधवार, 18 अक्टूबर 2017

Astronomers Strike Gravitational Gold In Colliding Neutron Stars(Hindi Part lll)


गुरुत्वीय तरंग टोहक चौबीस घंटों तैनात खड़े  अपना काम करते रहते हैं

जो घटना आप आज देख रहें हैं जिसे 'लाइगो 'LIGO तथा VIRGO ने दर्ज़ किया है यह उन दो न्यूट्रॉन स्टार्स की टक्कर है जो तकरीबन एक सांझा केंद्र के गिर्द घूमते हुए परस्पर एक दूसरे के करीब आते गए ,और तब जाकर अब से कोई तेरह करोड़ बरस पहले वह स्थिति पैदा हो सकी जिसे कॉस्मिक शब्दावली में दो न्युट्रोनोंका परस्पर मिलन मनाना या टकराना कहते हैं।

इसी विस्फोटक घटना ने घुमावदार अंतरिक्ष -काल  की फेब्रिक या बुनावट में एक ऐसा विक्षोभ पैदा किया जिसके फलस्वरूप अंतरिक्षकाल में गुरुत्वीय तरंगें पैदा हुईं जिन्हें दूरदारज की अमरीका स्थित वैधशाला 'लेज़र इंटरफेरोमीटर ग्रेविटेशनल वेव ऑब्ज़र्वेटरी ने दर्ज़ किया था १७ अगस्त २०१७ को प्रात : आठ बजकर इकतालीस मिनिट पर  पूरबी समय जोन के मुताबिक़। अमरीका में चार टाइम जोन्स हैं जिनके समय में परस्पर अंतराल है। भारत अमरीका के बनिस्पत एक भौगोलिक क्षेत्र के हिसाब से अपेक्षाकृत छोटा देश है जिसके लिए एक ही मानक समय है (इलाहाबाद के पास नैनी स्थल के स्थानीय समय को ही भारतीय मानक समय (IST )कहा जाता है। ).

लाइगो ने जो दर्ज किया है वह दृश्य क्षेत्र में है इसलिए ब्लेक होल्स के होने परस्पर टकराने की इत्तला नहीं हो सकती ,अलबत्ता न्यूट्रॉन सितारे  दृश्य  क्षेत्र में विकिरण निसृत करते हैं ,एमिट करते हैं ,रेडिएट करते हैं छोड़ते हैं। इसे ही 'लाइगो'
और 'वर्गो' ने  देखा है। इससे ठीक दो सेकिंड पहले नासा के अंतरिक्ष में उपग्रह की तरह पृथ्वी की कक्षा में भ्रमण करते एक टेलिस्कोप ने भी इस घटना को देखा है।

इटली के स्थित गुरुत्वीय तरंग टोहक उपकरण  'वर्गों 'के अनुसार यह घटना प्रधान क्षेत्र अंतरिक्ष के दक्षिणी भाग में  रहा है अंतरिक्ष का वह भाग जहां के खगोल विज्ञान के माहिर बेंजामिन शप्पी उस समय गहन निद्रा  में थे। काश इस समय वह भी वैधशाला में होते।

अलबत्ता उनके स्मार्ट फोन पर ई -मेल्स का सैलाब आया हुआ था। आप कार्नेगी वैधशाला में फेलो रहे हैं तथा हवई विश्विद्यालय में  प्रोफेसर रहे आये हैं। अपने साथियों के साथ इसी पेशोपश में घंटो बने रहे किस नीहारिका को किस दूरबीन से निहारा जाए ताकि नए मेहमानों   को देखा जा सके।अंतरिक्ष में घटित उनकी लीला का पार पाया जा सके।

गुरुत्वीय तरंग टोहक चौबीस घंटों तैनात खड़े  अपना काम करते रहते हैं। इनके गुरुत्वीय तरंगों को टोहने के बाद तकरीबन ग्यारह घंटे ही अभी बीते होंगें   खगोल विज्ञान के माहिर आगे बढ़के इस घटना का ज़ायज़ा ले रहे थे।इधर कार्नेगी टीम भी हरकत में आ चुकी थी। वक्त बहुत कम था और काम बहुत महत्वपूर्ण चूक के लिए अवकाश नहीं था। अब तक के जीवन का असली अनुभव था उनके लिए अद्भुत और मनोरम। तकरीबन सत्तर खगोलीय दूरबीनें इस अप्रतिम घटना को देख रहीं थीं  अनुमान है इस घटना में पृथ्वी की कुलद्रव्य राशि से दो सौ गुना स्वर्ण तथा ५०० गुना बेशकीमती प्लेटिनम पैदा हुआ है।

सन्दर्भ -सामिग्री :

(१ )Reference:
(1 )http://www.npr.org/sections/thetwo-way/2017/10/16/557557544/astronomers-strike-gravitational-gold-in-colliding-neutron-stars?utm_source=npr_newsletter& 

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