लिव तू ए हंड्रेड :जीन टेस्ट तू टेल लोंजेविती (टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,जुलाई ३ ,२०१० )।
न्यू -इंग्लैंड में साइंसदानों ने शतायु (सौ -साला हो चुके )बुजुर्गों के जीनोम का अध्धयन कर पता लगाया है ,इनमे ऐसे जेनेटिक वेरिएन्ट्स होतें हैं जो लम्बी उमरिया की भविष्य वाणी ७७%शुद्धता के साथ करतें हैं ।
अलबत्ता ऐसे वेरिएन्ट्स शतायु और छोटी सी उमरियाँ वालों में यकसां होतें हैं जो विभिन्न बीमारियों की वजह बनतें हैं ।
बोस्टन विश्व -विद्यालय के साइंसदानों की यह रिपोर्ट विज्ञान पत्रिका "साइंस "में प्रकाशित हुई है .अलबत्ता यदि इन अन्वेषणों को स्वीकृति मिलती है तब बीमारियों की प्रागुक्ति पेचीला ज़रूर हो जायेगी क्योंकि जीन वेरिएन्ट्स यकसां है बीमारियों के ।
लेकिन अलबर्ट आइन्स्टाइन कोलिज ऑफ़ मेडिसन के साइंसदान नीर बर्ज़िलाई इसे एक एहम खोज मानतें हैं .ख़ास बात यह है :लम्बी उम्र के लिए कुछ ही हिफाज़ती और फेव्रेबिल जींस ही चाहियें .इनकी शिनाख्त कर ओल्ड एज की तमाम बीमारियों से पार पाई जा सकेगी ,बा -शर्ते आप अपना जीनोम तैयार करवा चुकें हैं जिसमे कोशिका दर कोशिका तमाम जीवन खण्डों का क्रम मौजूद रहता है ।
सन्दर्भ -सामिग्री ;-लिव तू ए १०० :जीन टेस्ट तू टेल लोंजेविती (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,जुलाई ३ ,२०१० )
रविवार, 4 जुलाई 2010
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