मंगलवार, 27 जुलाई 2010

महा -मशीन लार्ज हेड्रोंन कोलाइदर के बाद अब लिनीअर कोलाइदर

अब तक का सबसे बड़ा कण -त्वरक (सर्क्युलर पार्टिकल एक्स्लारेटर )लार्ज हेड्रोंन कोलाइदर बनाने के बाद योरोपी न्यूक्लीयर रिसर्च सेंटर के साइंसदान इन दिनों एक लिनीयर पार्टिकल एक्स्लारेटर बना लेने की ताक़ में हैं .पूर्व मेंइस महा- मशीन की हमारे टी वी चैनल वीर गाथाएँ चैनलिया भाषा में बखान कर चुकें हैं .ये हुआ तो वो हो जाएगा ,वो हुआ तो ये हो जाएगा वगैरा वगैरा .हकीकत यह है सर्क्युलर और लिनीयर दोनों ही तरह के एक्सलेरेटरबनाए गएँ हैं जिन - की सीमाएं और संभावनाएं रहीं हैं .मकसद रहा है आवेशित कणों को अधिक से अधिक ऊर्जावान बनाकर परस्पर इनकी टक्कर से बिग -बैंग जैसी परिस्थितियाँ प्रयोग शाला में रचना .सृष्टि के आरंभिक लम्हों को बूझना समझना .कैसे और कहाँ से आया सृष्टि में पदार्थ? गोचर कितनाहै ? अगोचर कितना? .कहाँ से आये ज्ञात अज्ञात बल ?डार्क एनर्जी ,डार्क मैटर ?कौन से हैं सृष्टि के बुनियादी कण?फिफ्थ फ़ोर्स ,निगेटिव ग्रेविटी क्या है ?क्यों और कितनी रफ्तार से फ़ैल रही है सृष्टि ?क्या यह विस्तार ज़ारी रहेगा या इस पर ब्रेक लगेगी ?क्या है सृष्टि का वर्तमान आकार ?कितने कण हैं गोचर सृष्टि में ?
जिनेवा के आउट स्कर्ट में एल एच सी का तमाशा आपने खूब देखा सुना .शिकागो के नज़दीक फर्मी लैब में भी एक छोटा सा कण त्वरक है "टीवा -ट्रोंन "जो आवेशित कणों को ट्रिलियन इलेक्त्रोंन वोल्ट्स ऊर्जा दे सकता है ।
लेकिन एक बार फिर एटमी साइंसदानों का ध्यान सरल रेखा में कणों को किश्तों में ऊर्जा (त्वरण )प्रदान करने वाली वेगवान मशीनों की तरफ गया है .इसी की अगली कड़ी के रूप में आ रहा है :एक लिनीयर एक्स्लारेटर ज़मीन के नीचे एक ५० किलोमीटर लम्बी सुरंग के रूप में "इंटर -नेशनल लिनीयर कोलाइदर .इस पर १२.८५ अरब डॉलर खर्च होने का अनुमान है .यह अब तक का सबसे बड़ा लिनीयर एक्सलारेटर होगा ।फ्रांस के राष्ट्र- पति के अनुमोदन की बाट जोह रहा है वर्तमान में यह कण त्वरक .
सन्दर्भ -सामिग्री :-एक्सपर्ट्स प्लान ए बिगर एटम स्मेशर:(दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,जुलाई २७ ,२०१० ,पृष्ठ ,१५ ).

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