शुक्रवार, 23 जुलाई 2010

दुनिया के सबसे प्राचीन सेक्स टॉय का पता चला

वर्ल्ड्स ओल्देस्ट सेक्स टॉय कार्व्द आउट ऑफ़ बोन बेक इन ४००० बी सी (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,जुलाई २३ ,२०१० ,पृष्ठ ,२१ )।
स्वीडन में अब तकका सबसे प्राचीन "डिल्डो "(सेक्स ओब्जेक्त का जिसे देख कर उत्तेजना प्राप्त की जा सके ) पुरा -विदों ने पता लगाया है .इसे मृग श्रिंग से तैयार किया गया जो देखने में इरेक्तिद पेनिस (लिंगोथ्थान की स्थिति में लिंग जैसा ) सरीखा लगता है .इसकी लम्बाई चार तथा व्यास (डायमीटर )०.८ इंच है .इसकी इत्तला स्वीडन के नेशनल हेरिटेज बोर्ड ने दी है .खुदाई का काम पुरातात्विक विज्ञानी गेरन ग्रूबर की देख रेख में संपन्न हुआ है ।
विस्मित करने वाला साम्यहै .अपने चिठ्ठे आर्द्व -आर्केलोजी पर स्वीडन के पुरातात्विक विज्ञान के माहिर मार्टिन रुन्द्क्विस्त लिखतें हैं जिस किसी ने भी इसे पहले पहल निहारा होगा उसके दिमाग में यही बिम्ब उभरा होगा .पीनाइल सिमिलारितीज़ देखते ही बनती हैं इस आकृति में ।
यह "डिल्डो "सेक्स ओब्जेक्त एक मेसोलिथिक साईट से निकला है जो मोटल ,स्वीडन में है .यहाँ ४०००- ६००० बी सी तक के पुरातात्विक अवशेष बहुतायत में मिलें हैं .यहाँ की टोपोग्रेफ़ी ने ,विशेष स्थल -आकृति ने ही बोन -आर्तिफेक्ट्स (अस्थि से बनेपुरातात्विक अवशेषों को बनाए रखा है .)

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