शनिवार, 17 जुलाई 2010

बेहतर याददाश्त की स्वामिनी होतीं हैं औरतें .

बरस -दर -बरस आपकी बीवी को आपकी शादी की वर्ष-गांठ याद रहती है और आप साफ़ भूल जातें हैं ।
कैम्ब्रिज विश्व -विद्यालय के साइंसदानों ने इसकी व्याख्या की है .आपने तकरीबन ४,५०० ,(४८-९० साला )औरतों और मर्दों की बोध -प्रक्रिया से सम्बंधित (कोगनिटिव ,संज्ञानात्मक )एवं साथ ही भौतिक क्षमताओं का आकलन किया है .याददाश्त सम्बन्धी विशिष्ठ परीक्षणों के निष्पादन में औरतों ने मर्दों की बनिस्पत ५.९ गलतियाँ कम की ।
इन परीक्षणों से साइंसदानों को एल्जाई -मार्स एवं अन्य दिमेंशियाज़ से सम्बन्धी याददाश्त ह्रास ,भुलक्कड़ी को समझने में भी थोड़ा मदद मिलेगी ।
आज़माइश के दरमियान याददाश्त मापक के रूप में वस्तु के आकार स्थिति और क्षेत्र से सम्बंधित ,स्थानिक और भौगोलिक मानकों का सहारा लिया गया ।
औरतों में अपेक्षाकृत बेहतर याददाश्त के पीछे न्यूरो -बाय -लोजिकल (स्नायु -जैविक )एवं पर्यावरण (माहौल )सम्बन्धी अंतर देखे गये ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मुंबई ,जुलाई १६ ,२०१० .

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