शनिवार, 25 जुलाई 2009

कार्बन डाई -आक्साइड ,मीथेन नाइत्रोजनी आक्साइड आदि ग्रीन हाउस जसें हैं

हल जोतने के बाद ,वृक्षों के कटान के बाद नंगी -नुची पृथ्वी मीथेन छोड़ती है ,जीव -अवशेषी इंधन के खात्मे से कार्बन -डाई -ऑक्साइड गेस निकलती है ,लकड़ी उपला ,जलावन लकड़ी ,शव दाह की परम्परा गत विधि भारत में कार्बन डाई ऑक्साइड का एक बड़ा स्रोत है .जुगाली करने वाले पशु ,एक और बड़ा स्रोत हैं ,ग्रीन हाउस गेसों का .जंगलों का सफाया हिन्दुस्तान में सक्रीय वन माफिया ग्रीन हाउस गेसों की एक और वजह बना हुआ है .अरावली -की पहाडियों में सक्रीय सरकारी माफिया सुप्रीम कोर्ट के खनन निलंबन आदेश को कितनी बार ठेंगा दिखा चुका है ,सब जानतें हैं .सब से बड़ी वजह तो यहाँ किसी सिस्टम का न होना है .यहाँ कोर्ट -कच हेरी के आदेश भी अमली जामा नहीं पहन पाते .नौकर शाह -ठेके दार -राजनितिज्य स्वयं भारत में चलने वाली राज नीतिक धांधली ग्रीन हाउस गेसों की एकल सबसे बड़ी वजह बनी हुई है ,इसे दुरुस्त कीजिये ,ग्रीन हाउस गेसों से ज्यादा खतरनाक है ,ये तंत्र -जाल जिसे प्रजा तंत्र कहते है .

1 टिप्पणी:

संगीता पुरी ने कहा…

हमें जल्‍द सचेत होना होगा !!