Ignore Health Hazards of Weight -Gain Pills
एक छोर पर नव युवतियां जहां तन्वंगी दिखने के लिए बे -तहाशा वजन घटाने की ताक में रहतीं हैं तो वहीँ कुछ कृशकाय कन्याएं स्थूल और भरा बदन दिखने की कोशिश में पीनस्तनी (सुडौल बड़े स्तन के आकार वाली खाजुराओ सदृश्य )होने के लिए तौल बढाने के लिए अपने अनजाने कुछ भी खाने करने को तत्पर रहतीं हैं एक दूसरे की देखा देखी .
मर्द की आँखें तो सदैव से ही एक स्वप्न लोक बुनती आईं हैं .स्तनपान उसका प्राथमिक आहार भी तो रहा है तभी से यह सम्मोहन है .आजकल चोरी छिपे वगैर नुस्खे (डॉ के प्रिस्क्रिप्शन )के वेट गेन पिल्स बेची जा रहीं हैं .जबकी गर्भवती महिलाओं में इनके सेवन से गंभीर पेचीलापन पैदा हो सकता है ,गर्भस्थ को अकूत नुकसानी उठानी पड़ सकती है .कितना खतरनाक है बिना सोचे ये सब करते चले जाना युवतियों को इसका ज़रा भी इल्म नहीं है .
कुछ तो माताएं ही अपनी पतली दुबली स्किनी बेटियों को लिए क्लिनिक में चली आ रहीं हैं तो कुछ महिलाएं अपने आप को पति की निगाह से देखने की कोशिश में ऐसा कर रहीं हैं .उनका ख्याल है पति को भरा गुदाज़ बदन पसंद है .
ऐसी ही एक कोलकता वासी युवती सरिता कहतीं हैं -मैं पूरा एक बोतल देशी घी भी रोज़ पीलूँ तब भी यूं ही छरहरी बनी रहूँगी .मर्दों को ऐसी काया पसंद कहाँ आती है .
आपने हाल ही में अपनी एक पड़ोसन की देखा देखी एक एलर्जी रोधी गोली Practin ही रोजाना लेनी शुरू कर दी .उनकी सासू माँ ने उन्हें बताया अपनी पड़ोसन का वजन गत दो माह में ही इसके सेवन से बढ़ गया है .
लेकिन इन प्यारी प्यारी सास -बहूको ये नहीं मालूम -Practin ,Decadan ,Betnesol या फिर Deca Durabolin सेहत का सत्यानाश कर सकतीं हैं .
इस चलन से डॉ हैरान हैं .बकौल माहिरों के वेट गेन का कोई वैज्ञानिक तरीका नहीं है .यदि कोई महिला स्वस्थ है लेकिन छरहरी है हम उसे खाद्य सम्पूरण तो तजवीज़ कर सकते हैं और उसे High Calorie Diet भी ,लेकिन तौल बढाने वाले steroids नहीं .
Most medications to gain weight are steroids ,which are taken as a last resort in certain medical conditions.
Practin is an anti-allergic ,which stimulates appetite.It should't not be taken just for weight gain says Dr Ambrish Mithal,former president of the Endocrine Society of India and presently working with a Delhi hospital .
युवतियां नहीं जान सकतीं ये तौल बढ़ा ने वाले नुस्खे Salt और Water retention और फिर bloating ( पेट में गैस और द्रव भरने के कारण अफारे ) की भी वजह बन रहीं हैं .
बेशक इनसे तौल में तेज़ी से इजाफा हो सकता है लेकिन ब्लड प्रेशर ,सफ़ेद मोतिया (Cataract ),जिगर कैंसर (liver cancer ),दिल की परेशानियों के अलावा ,अस्थि भंगुरता (अस्थि क्षय ,osteoporosis )भी साथ साथ सौगात के रूप में मिल सकती हैं .
किसी वजह से तजवीज़ कर भी दी गईं हैं तो हफ्तावार खून की जांच होनी चाहिए ,गर्भावस्था के दौरान इनके सेवन से गर्भस्थ में जन्म पूर्व की विकृतियाँ पैदा हो सकती हैं .
माहिरों के अनुसार भारतीयों में पेशीय द्रव्यमान (MUSCLE MASS) वैसे ही कम होता है यह गोलियां उसे और भी कम कर देती हैं .
भारत का दवा नियंत्रण ऐसी किसी भी गोली के लिए जाने की सिफारिश नहीं करता है .सस्ती होने की वजह से इनका सेवन चलन में आ रहा है .
सन्दर्भ -सामिग्री :-Size zero to plus :Girls take a dangerous route
Ignore Health Hazards Of Weight -Gain Pills/THE TIMES OF INDIA ,MUMBAI ,APRIL 27 ,20 13 P 10
एक छोर पर नव युवतियां जहां तन्वंगी दिखने के लिए बे -तहाशा वजन घटाने की ताक में रहतीं हैं तो वहीँ कुछ कृशकाय कन्याएं स्थूल और भरा बदन दिखने की कोशिश में पीनस्तनी (सुडौल बड़े स्तन के आकार वाली खाजुराओ सदृश्य )होने के लिए तौल बढाने के लिए अपने अनजाने कुछ भी खाने करने को तत्पर रहतीं हैं एक दूसरे की देखा देखी .
मर्द की आँखें तो सदैव से ही एक स्वप्न लोक बुनती आईं हैं .स्तनपान उसका प्राथमिक आहार भी तो रहा है तभी से यह सम्मोहन है .आजकल चोरी छिपे वगैर नुस्खे (डॉ के प्रिस्क्रिप्शन )के वेट गेन पिल्स बेची जा रहीं हैं .जबकी गर्भवती महिलाओं में इनके सेवन से गंभीर पेचीलापन पैदा हो सकता है ,गर्भस्थ को अकूत नुकसानी उठानी पड़ सकती है .कितना खतरनाक है बिना सोचे ये सब करते चले जाना युवतियों को इसका ज़रा भी इल्म नहीं है .
कुछ तो माताएं ही अपनी पतली दुबली स्किनी बेटियों को लिए क्लिनिक में चली आ रहीं हैं तो कुछ महिलाएं अपने आप को पति की निगाह से देखने की कोशिश में ऐसा कर रहीं हैं .उनका ख्याल है पति को भरा गुदाज़ बदन पसंद है .
ऐसी ही एक कोलकता वासी युवती सरिता कहतीं हैं -मैं पूरा एक बोतल देशी घी भी रोज़ पीलूँ तब भी यूं ही छरहरी बनी रहूँगी .मर्दों को ऐसी काया पसंद कहाँ आती है .
आपने हाल ही में अपनी एक पड़ोसन की देखा देखी एक एलर्जी रोधी गोली Practin ही रोजाना लेनी शुरू कर दी .उनकी सासू माँ ने उन्हें बताया अपनी पड़ोसन का वजन गत दो माह में ही इसके सेवन से बढ़ गया है .
लेकिन इन प्यारी प्यारी सास -बहूको ये नहीं मालूम -Practin ,Decadan ,Betnesol या फिर Deca Durabolin सेहत का सत्यानाश कर सकतीं हैं .
इस चलन से डॉ हैरान हैं .बकौल माहिरों के वेट गेन का कोई वैज्ञानिक तरीका नहीं है .यदि कोई महिला स्वस्थ है लेकिन छरहरी है हम उसे खाद्य सम्पूरण तो तजवीज़ कर सकते हैं और उसे High Calorie Diet भी ,लेकिन तौल बढाने वाले steroids नहीं .
Most medications to gain weight are steroids ,which are taken as a last resort in certain medical conditions.
Practin is an anti-allergic ,which stimulates appetite.It should't not be taken just for weight gain says Dr Ambrish Mithal,former president of the Endocrine Society of India and presently working with a Delhi hospital .
युवतियां नहीं जान सकतीं ये तौल बढ़ा ने वाले नुस्खे Salt और Water retention और फिर bloating ( पेट में गैस और द्रव भरने के कारण अफारे ) की भी वजह बन रहीं हैं .
बेशक इनसे तौल में तेज़ी से इजाफा हो सकता है लेकिन ब्लड प्रेशर ,सफ़ेद मोतिया (Cataract ),जिगर कैंसर (liver cancer ),दिल की परेशानियों के अलावा ,अस्थि भंगुरता (अस्थि क्षय ,osteoporosis )भी साथ साथ सौगात के रूप में मिल सकती हैं .
किसी वजह से तजवीज़ कर भी दी गईं हैं तो हफ्तावार खून की जांच होनी चाहिए ,गर्भावस्था के दौरान इनके सेवन से गर्भस्थ में जन्म पूर्व की विकृतियाँ पैदा हो सकती हैं .
माहिरों के अनुसार भारतीयों में पेशीय द्रव्यमान (MUSCLE MASS) वैसे ही कम होता है यह गोलियां उसे और भी कम कर देती हैं .
भारत का दवा नियंत्रण ऐसी किसी भी गोली के लिए जाने की सिफारिश नहीं करता है .सस्ती होने की वजह से इनका सेवन चलन में आ रहा है .
सन्दर्भ -सामिग्री :-Size zero to plus :Girls take a dangerous route
Ignore Health Hazards Of Weight -Gain Pills/THE TIMES OF INDIA ,MUMBAI ,APRIL 27 ,20 13 P 10
7 टिप्पणियां:
शरीर स्वस्थ रहेगा और थोड़ा अधिक रहेगा तो गाहे बगाहे काम आयेगा।
हां आजकल शहरों में यह fad कुछ ज़्यादा ही देखा जा रहा है
देखा देखि में सेहत का ख्याल किसे रहता है !!
पेशीय द्रव्यमान की पूर्ववत कमी के चलते ऐसी भारार्जन औषध सेवन से बंटाधार ही होगा। सजगता बिखेरती क्रमवार जानकारी। प्रत्युत्तरों हेतु धन्यवाद।
पता अन्ही आजकल की युवतियों को यह क्या बीमारी लगी है? संतुलित आहार के जैसे ही संतुलित काया ही स्वास्थ्य के लिहाज से सही रहती है, बहुत उपयोगी सलाह दी आपने, आभार.
रामराम.
खाओ पियो मस्त रहो भाई | जीरो फिरो में क्या रखा है | बहुत खूब लिखा आपने | बहुत ही सुन्दर शब्दावली द्वारा विचारों को अभिव्यक्त किया | पढ़कर अच्छा लगा | सादर
कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
Tamasha-E-Zindagi
Tamashaezindagi FB Page
आपने सेहत की बहुत बढ़िया जानकारी दी धन्यवाद । लोगो को अज्ञानतावश ऐसी दवाईयों के सेवन से बचना चाहिये ।
एक टिप्पणी भेजें