गुरुवार, 28 मार्च 2013

Protein -rich breakfast can prevent unhealthy snacking

आरोग्य प्रहरी 

(1)एक मुठ्ठी बादाम न सिर्फ बढिया नाश्ता है , भरपूर विटामिन E मुहैया करवाते हैं ,कोलेस्ट्रोल कम करने में भी सहायक सिद्ध होते हैं .

(2)यदि सन बर्न की लपेट में आप आ गएँ हैं ,असर ग्रस्त हिस्से पे खीरा मलके खीरे का टुकडा वहीँ  छोड़ दीजिये १ ५ मिनिट के लिए .आराम आयेगा .

(3)Protein -rich breakfast can prevent unhealthy snacking 

सुबह का नाश्ता दिन भर खाए गए खाद्य में सबसे ज्यादा एहम होता है फिर भी कई लोग इसकी अनदेखी करते हुए नाश्ता ही नहीं करते हैं .

अब सहायक प्रोफ़ेसर Heather Leidy ने बतलाया है प्रोटीन बहुल नाश्ता रोजाना खाना ,भूख पे काबू रखने में बड़ा सहायक सिद्ध होता है .अलावा इसके चिकनाई से लथपथ  और मीठी चीज़ों की तलब को भी कम करता है .मोटापे से ग्रस्त और  इसकी ज़द में धीरे धीरे आरहे लोगों की खुराक में भी यह सुधार का ज़रिया बन सकता है .

आपने अपने अध्ययन में २ ० ऐसी महिलाओं  को जिनकी उम्र १ ८ से २ ० साल तक थी शामिल किया जो सभी या तो ओवरवेट थीं या फिर ओबीस .इन्होनें या तो नाश्ता किया ही नहीं या फिर प्रोटीन बहुल नाश्ता किया या फिर सामान्य प्रोटीन युक्त नाश्ता ही लिया .

प्रत्येक नाश्ता ३ ५ ० केलोरीज़ का रखा गया था .समान वसा ,खाद्य रेशे ,शुगर और खाद्य के ऊर्जा घनत्व को  भी बराबर रखा गया .प्रोटीन बहुल नाश्ते में ३ ५ ग्राम प्रोटीन रखा गया .सभी प्रतिभागियों से एक प्रश्नावली भरवाई  गई ,खून के नमूने भी  सभी से जुटाए गए .
रात के खाने से पहले सभी के ब्रेन स्केन भी उतारे गए ,फंक्शनल मेगेनेटिक रेजोनेंस इमेजिंग  सभी की, की गई .

मकसद उन दिमागी संकेतों की टोह लेना था ,जो खाने की ललक को प्रेरित करते हैं .Reward -driven eating behaviour को भी यही ब्रेन सिग्नल संचालित करते हैं .

प्रोटीन बहुल ब्रेकफास्ट ज्यादा तृप्ति का अनुभव करवा रहा था .खाने की ललक को उकसाने वाली दिमागी गतिविधि भी ऐसा नाश्ता लेने वालों में कमतर रही .शाम की चाय के साथ तला  भुना खाने की प्रवृत्ति उन महिलाओं में कमतर हुई .नाश्ता न करने वालों में चिकनाई सनी चीज़ें शाम की चाय के साथ लेने की प्रवृत्ति ज़ाहिर हुई .

"Eating a protein -rich breakfast impacts the drive to eat later in the day ,when people are more likely to consume high fat or high sugar snacks ," Leidy  said ."These data suggest that eating a protein -rich breakfast is one potential strategy to prevent overeating.

No lame excuse:You can be 'allergic'to exercise


Workouts Can Even Kill Such People ,Warn Docs

आसानी से आप यकीन नहीं कीजिएगा कहिएगा आप- यह सब बहाने बाज़ी है जब कोई कहता है मुझे कोई भी पसीना बहाने वाला कम करने से एलर्जी है .

Exercise -Induced Angiodema(EIA) एक बिरला एलर्जिक रिएक्शन है एलर्जी से पैदा रोग है जिसका कारण किसी भी प्रकार का व्यायाम  बनता है .इस रोग में कोई भी वजन उठाने वाला व्यायाम या फिर तेज़ कदमी करने से थोड़ी सी ही भाग दौड़ करने से मरीज़ के दिल की लुब -डुब बढ़ जाती है .

Kasia Beaver को  EIA का पहला एलर्जी अटेक तब पड़ा जब वह मात्र २ ० बरस की थीं .गर्भवती थीं आप उस वक्त .बालकों के साथ थोड़ी देर खेलने से या फिर किसी भी और भौतिक गतिविधि से ही प्रत्युर्जातमक प्रतिक्रिया होने लगती थी .ANAPHYLACTIC SHOCK की  चपेट में आजाती थी यह महिला  .रोग निदान के बाद उनके मामले में EIA की पुष्टि की गई .आज आप ३ ३ साला हैं .चार बच्चों की माँ हैं .ब्रिटेन में रहतीं हैं .आप आज भी मानव चक्की (TREADMILL)पर तेजकदमी नहीं कर सकतीं .

आपको पहले अटेक का आभास उस वक्त हुआ जब आप अपने पति के साथ स्केटिंग कर रहीं थीं .लोग आज भी मेरा मज़ाक बनाते हैं मुझे सुस्त और घामड़ ,लेज़ी बहाने बाज़ घोषित कर देते हैं जब मैं उन्हें बताती हूँ -मुझे कसरत आदि से एलर्जी है .मैं कोई भी पसीना बहाने वाला काम नहीं कर सकती .सच यह है मैं भी जिम जाती थी .मेरा साइज़ दस था .एक दिन यकायक कसरत करने के बाद जिम में ही मेरी आँखें टाईट हो गईं .बरसों बाद यह इल्म हुआ मुझे कसरत से ही एलर्जी है .जब एलर्जी का हमला होता है मेरे दिल की धड़कन बढ़ जाती है .

Kasia अब नियमित रूप से एक दवा Ketotifen लेती हैं .यह एक एलर्जी रोधी दवा है -antihistamine है .ले दे के

गत दस सालों में इतना हुआ है अब वह पार्क तक आहिस्ता आहिस्ता टहल के आ जाती हैं ,हमले से बची रहतीं हैं .

Treating allergies can involve different medications, including steroids and allergy shots, but usually the first thing to try is an antihistamine.

When your body comes into contact with whatever your allergic trigger is -- pollen, ragweed, pet dander, dust mites,exercise as in the case of Kasia, for example -- it makes chemicals called histamines.  They cause the tissue in your nose to swell (making it stuffy), your nose and eyes to run, and your eyes to itch. Sometimes you may also get an itchy rash on your skin, called hives.  

हिस्टामीन्स  एलर्जी  पैदा करते हैं .

Antihistamines reduce or block histamines, so they stop allergy symptoms.

Antihistamines work well to relieve symptoms of different types of allergies, including seasonal (hay fever), indoor, and food allergies, but they can't relieve every symptom. To treat nasal congestion, your doctor may recommend taking a decongestant. Some drugs combine an antihistamine and decongestant.

EIA:माहिरों के अनुसार यह एक बिरला विकार है जिसमें भौतिक हरकत के बाद मरीज़ ANAPHYLAXIS की चपेट में आजाता है .

Anaphylaxis is a serious allergic reaction that is rapid in 

onset and may cause death.

इसके लक्षणों में शामिल हैं :

(१ )Wheezing(घर घर करते हुए सांस लेना ,जल्दी जल्दी शेलो ब्रीदिंग 

करना .

(२ )Nausea (मिचली ,उबकाई आने की अनुभूति )

(३ )पेट में ऐंठन होना 

(४ )अतिसार (diarrhea),दस्त लगना .

लक्षणों के प्रगटीकरण के बाद भी यदि कोई व्यायाम ज़ारी रखता है लक्षणों 

की उग्रता बढ़ जाती है .

रक्तचाप यकायक गिर सकता है .

Cardiovascular collapse may take place .

Vigorous forms of physical activity such as jogging ,tennis 

,dancing ,and bicycling are more commonly  associated with 

exercise -induced anaphylaxis ,although lower levels of 

exertion like walking are also capable of triggering attacks . 

एक दीर्घावधि अध्ययन में EIA को भड़काने वाली भौतिक गतिविधियों में 

जोगिंग को कुसूरवार पाया गया .

बचाव :बचाव में ही बचाव है .ट्रिगर से बचा जाए .भौतिक गतिविधि का 

दर्ज़ा कमतर बनाए रखने से अटेक के मौके कम किये जा सकते हैं .

EIA के मरीजों को गर्म और उष्ण जलवायु वाले स्थानों पर भी जहां हवा में 

हरदम ज़रुरत से ज्यादा नमी बनी रहती है ,और तापमान सामन्य से ऊपर 

,साथ ही अधिक ठंडे मौसम में भी कसरत से बचना चाहिए .खासकर 

एलर्जी सीज़न में .





4 टिप्‍पणियां:

Dr.NISHA MAHARANA ने कहा…

sahmat hoon ....bahut acchi jankari....

अशोक सलूजा ने कहा…

जो न करे लपालप काम
वो करे मुट्ठी भर बादाम ...
एक दम सही जानकारी ....आभार !
वीरू भाई ..राम-राम !

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

बड़ी उपयोगी जानकारी..

Harihar (विकेश कुमार बडोला) ने कहा…

ज़ाहिर है इस अभिनव निर्देश पुस्तिका के पीछे बड़े बड़े दवा निगमों का प्रच्छन्न हाथ मिलीभगत देखी जा रही है............आपकी पिछली पोस्‍ट की यह आशंका निर्मूल नहीं है। इस पोस्‍ट की जानकारी भी महत्‍वपूर्ण है।