Don't let the flu get you
मुंबई की बात करते हैं दिन के अधिकतम और रात के न्यूनतम तापमानों में ज़रुरत से ज्यादा अन्तर का रहना ,हवा में नमी की बे -साख्ता घटबढ़ मुंबईवासियों को बीमार बना रही है .नतीजा है फ्ल्यू वायरस के चपेट में लोगों का लगातार आते चला जाना .
हवा में पसरे हुए फ्ल्यू के विषाणु ,आप को अपनी चपेट में ले ही लेते हैं .इनसे कैसे बचियेगा ?अलबत्ता खुद संक्रमित होने के बाद आसपास के लोगों को आप निश्चय ही बचाए रहने में मददगार साबित हो सकते हैं .संक्रमित व्यक्ति से प्रत्यक्ष -अप्रत्यक्ष संपर्क छूतहा सिद्ध होता है .
बेहतर हो आप फेस मास्क (मुखौटा लगाके रखें ,नैपकिन से कमसे कम अपना मुंह ढके रखें .
हवा में लटकी हुई बुन्दियों में हालिया अध्ययनों में नौ गुना ज्यादा फ्ल्यू वायरस तैरते हुए मिले हैं .
मरीज़ द्वारा छोड़ी हुई सांस से बचिए यहीं हैं हवा में तैरते हुए कणों से लिपटे पैदा हुए फ्ल्यू विषाणु ,फ्ल्यू कणिकाएं .हवा में तैरती अपेक्षाकृत बड़ी बूंदों में परजीवियों का वास कम मिलता है .
कैसे हिफाज़त कीजिएगा आप इस मौसमी संक्रमण से ?
(१)अधिक से अधिक पानी पीयें ,नारियल पानी भी अच्छा है लेकिन उसका बहुत ज्यदा सेवन आप नहीं कर सकते .अपने शरीर में किसी भी विध पानी की कमी न होने दें .
(२)अधिक से अधिक फल और तरकारियों को खुराक में बनाए रहिये .इनमें मौजूद विटामिन A और विटामिन C ,अन्य एंटीओक्सिडेंट रोग प्रतिरक्षण को बढ़ाएंगे .
(३ )Multivitamin रोजाना लेते रहें .
(४)दरवाज़े के हेंडिल ,टी वी के रिमोट ,नोब्स आदि को भी टिश्यु पेपर लगाके छूएं .
(५ )Hand sanitiser का जहां भी मुमकिन हो इस्तेमाल करें .हाथ साफ़ रखने .
बतलादें आपको जिसे हम ड्राई कफ समझ रहे थे वह फ्लू वायरस निकला है .तापमान १० १ . ५ -१ ० 2 .० सेल्सियस के बीच बने रहने की जिद पकडे हुए है .सिर ज़रुरत से ज्यादा भारी है .पेशियाँ ,पिंडलियाँ बे -चैनी की चपेट में हैं .अलबत्ता पानी हम इफरात से पी रहे हैं .लेटे भी कब तक रहें .कमर सख्त हुई पड़ी है .ब्लोगिंग एनल्ज़ेसिक (दर्द हारी )का काम कर रही है लगातार ध्यान हटा रही है बे -कलि से .लेकिन बे -कलि भी ढीठ बनी हुई है .बतलादें आपको शुरुआत गले में तकलीफ सूखी खांसी से ही हुई थी ,निहायत तकलीफ देह खांसी से .
नेबुलाइजे -शन ,नमक के पानी के गरारे ,स्ट्रीम उपचार ज़ारी है .नेबुलाइज र घर में उपलब्ध है .ज़रूरी फ़्लुइद्स ले आयें हैं .
मुंबई की बात करते हैं दिन के अधिकतम और रात के न्यूनतम तापमानों में ज़रुरत से ज्यादा अन्तर का रहना ,हवा में नमी की बे -साख्ता घटबढ़ मुंबईवासियों को बीमार बना रही है .नतीजा है फ्ल्यू वायरस के चपेट में लोगों का लगातार आते चला जाना .
हवा में पसरे हुए फ्ल्यू के विषाणु ,आप को अपनी चपेट में ले ही लेते हैं .इनसे कैसे बचियेगा ?अलबत्ता खुद संक्रमित होने के बाद आसपास के लोगों को आप निश्चय ही बचाए रहने में मददगार साबित हो सकते हैं .संक्रमित व्यक्ति से प्रत्यक्ष -अप्रत्यक्ष संपर्क छूतहा सिद्ध होता है .
बेहतर हो आप फेस मास्क (मुखौटा लगाके रखें ,नैपकिन से कमसे कम अपना मुंह ढके रखें .
हवा में लटकी हुई बुन्दियों में हालिया अध्ययनों में नौ गुना ज्यादा फ्ल्यू वायरस तैरते हुए मिले हैं .
मरीज़ द्वारा छोड़ी हुई सांस से बचिए यहीं हैं हवा में तैरते हुए कणों से लिपटे पैदा हुए फ्ल्यू विषाणु ,फ्ल्यू कणिकाएं .हवा में तैरती अपेक्षाकृत बड़ी बूंदों में परजीवियों का वास कम मिलता है .
कैसे हिफाज़त कीजिएगा आप इस मौसमी संक्रमण से ?
(१)अधिक से अधिक पानी पीयें ,नारियल पानी भी अच्छा है लेकिन उसका बहुत ज्यदा सेवन आप नहीं कर सकते .अपने शरीर में किसी भी विध पानी की कमी न होने दें .
(२)अधिक से अधिक फल और तरकारियों को खुराक में बनाए रहिये .इनमें मौजूद विटामिन A और विटामिन C ,अन्य एंटीओक्सिडेंट रोग प्रतिरक्षण को बढ़ाएंगे .
(३ )Multivitamin रोजाना लेते रहें .
(४)दरवाज़े के हेंडिल ,टी वी के रिमोट ,नोब्स आदि को भी टिश्यु पेपर लगाके छूएं .
(५ )Hand sanitiser का जहां भी मुमकिन हो इस्तेमाल करें .हाथ साफ़ रखने .
बतलादें आपको जिसे हम ड्राई कफ समझ रहे थे वह फ्लू वायरस निकला है .तापमान १० १ . ५ -१ ० 2 .० सेल्सियस के बीच बने रहने की जिद पकडे हुए है .सिर ज़रुरत से ज्यादा भारी है .पेशियाँ ,पिंडलियाँ बे -चैनी की चपेट में हैं .अलबत्ता पानी हम इफरात से पी रहे हैं .लेटे भी कब तक रहें .कमर सख्त हुई पड़ी है .ब्लोगिंग एनल्ज़ेसिक (दर्द हारी )का काम कर रही है लगातार ध्यान हटा रही है बे -कलि से .लेकिन बे -कलि भी ढीठ बनी हुई है .बतलादें आपको शुरुआत गले में तकलीफ सूखी खांसी से ही हुई थी ,निहायत तकलीफ देह खांसी से .
नेबुलाइजे -शन ,नमक के पानी के गरारे ,स्ट्रीम उपचार ज़ारी है .नेबुलाइज र घर में उपलब्ध है .ज़रूरी फ़्लुइद्स ले आयें हैं .
8 टिप्पणियां:
आदरणीय सर सादर प्रणाम बेहद लाभकारी जानकारी काफी दिनों के बाद ब्लॉग पर आना हुआ है कुछ कमी महसूस हो रही थी आज पूरी हुई है यहाँ आकर.
स्वाइन फ्लू एक गंभीर समस्या बनी हुई है,सावधानी के लिए उपयोगी जानकारी दी,धन्यबाद.
यह जानकारी लोगों को के लिए बहुत लाभ दायक है खासकर मुंबई वालों के लिए .
latest postअहम् का गुलाम (दूसरा भाग )
latest postमहाशिव रात्रि
बहुत उपयोगी जानकारी...आशा है अब स्वास्थ्य लाभ हो गया होगा..
बात तो सही कही है आपने पर बहुत मुश्किल होता है बच पाना
आपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति मंगलवारीय चर्चा मंच पर ।।
बहुत उम्दा प्रस्तुति आभार
आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
अर्ज सुनिये
आप मेरे भी ब्लॉग का अनुसरण करे
हर स्थान के लिये ये बड़ी ही उपयोगी सलाह हैं...
एक टिप्पणी भेजें