संशाधित गोश्त कैंसर रोग समूह और दिल की बीमारी के खतरों को बढाता है(दूसरी क़िस्त )
ताज़ा अध्ययन से यह साफ़ नतीजा निकला है ,जो लोग रोजाना ४ ० ग्राम से ज्यादा संशाधित या किसी और किस्म का गोश्त भी खाते हैं उनके लिए समय पूर्व मृत्यु का ख़तरा बढ़ जाता है .
अमूमन जिनकी खुराक में संशाधित गोश्त ज्यादा जगह बनाए रहता है वह अन्य खाद्यों के मामले में भी अस्वास्थ्यकर चीज़ों की और प्रवृत्त दिखलाई देते हैं .जो औरत -मर्द ज्यादा संशाधित गोश्त खाते हैं उनकी खुराक में फल और तरकारियों की भी मात्रा कमतर दिखलाई देती है .धूम्रपान भी ये लोग अक्सर ज्यादा करते पाए जाते हैं .न भी करते हों तो इसकी ज्यादा संभावना मौजूद रहती है .शराब का सेवन भी ये लोग अपेक्षाकृत ज्यादा करते हैं .
दूसरी तरफ शाकाहारी अपेक्षाकृत बढ़िया जीवन शैली बनाए रहते हैं .कसरत ज्यादा करते हैं धूम्र पान कम करते हैं .
गत वर्ष विश्वकैंसर शोध कोष से सम्बद्ध एक २ १ सदस्यीय पैनल ने कोई ७ , ० ० ० अध्ययनों के जो गत चालीस सालों में संपन्न हुए थे पड़ताल की ताकि जीवन शैली और कैंसर रोग समूह के बीच संभावित अंतर सम्बन्ध की व्यापक पड़ताल की जा सके .
The panel's report -Food ,Nutrition ,Physical Activity and the Prevention of Cancer -made some crucial recommendations .
पेनल ने साफ़ बतलाया -एबडोमीनल ओबीसिटी ,वेस्ट लाइन के गिर्द (कटि प्रदेश ,कमर बंध के गिर्द अतिरिक्त चर्बी का चढ़ना )भोजननली ,अग्नाशय ,बड़ी आंत के मुख्य और सबसे लम्बे भाग ,गुर्दा और गर्भाशय कैंसर समूह के खतरे को तो बढ़ाता ही है .रजोनिवृत्त महिलाओं में स्तन कैंसर समूह रोगों को भी हवा देता है .
6 टिप्पणियां:
bahut hi upyogi jankari ..
सर जी ,शाकाहारी अपेक्षाकृत बढ़िया जीवन
शैली बनाए रखने में महत्त्व पूर्ण योगदान
देते हैं ,सुन्दर एवम उपयोगी प्रस्तुति
,आप की टिप्पणियो अन आनंद ही कुछ
और है
जानकारीपूर्ण!
useful information and a relief for we vegetarians ....
Thanks .
बचे हैं इन सबसे।
जी आदरणीय-
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