सोमवार, 23 अगस्त 2010

कंडोम के स्तेमाल और रख रखाव में भी सावधानी चाहिए

व्हाई योर कंदों मे नोट वर्क .इट इज योर बेस्ट आर्मर अगेंस्ट अनवान -टिड प्रेग्नेंसीज़ एंड एस टी डीज़,बट ए लोट डिपेंड्स ऑन हाउ यु यूज़ इट .हेयर आर दी मोस्ट कोमन फ़ो पाज़ देट रीड -युसिज़ इट्स इफेक्टिव नेस (मुंबई मिरर ,अगस्त २३ ,२०१० ,पृष्ठ ३२ )।
सौ फ़ीसदी सुरक्षित यौन सम्बन्ध की गारंटी नहीं हैं कंडोम्स .इनके स्तेमाल और रख -रखाव में पर्याप्त सावधानी की ज़रुरत बनी रहती है ।
कहाँ कैसे रखें कंडोम्स को ?मौठुं के दौरान कितना असरकारी सिद्ध होता है कन्डोम यह इस बात पर निर्भर करता है आप ने स्तेमाल से पुर्व इसे कैसे और कहाँ रखा हुआ था .क्या अपने पर्स में ?कार के ग्लोव कम्पार्टमेंट में ?हीट(ताप या गर्मी के प्रति बेहद संवेदी होतें है लेटेक्स से बने कंडोम इनकी इफिकेसी ,असरकारिता ,प्रभ -विष्णुता लापरवाही से किसी भी उमस और गर्म जगह पर रखने से बेकार हो सकती है .दवाओं की तरह इसे भीकिसी ठंडी खुश्क जगह पर रखिये .
स्तेमाल करना भी एक कला है :
नाख़ून से खराब हो सकता है कंडोम .पेकित खोलते वक्त भी दांतों और नुकीली चीज़ों के स्तेमाल से बचना ज़रूरी है .बस ज़रा सी जगह चाहिए तेज़ तर्रार स्पर्मैता -ज़ोआ को ,स्पर्म या शुक्राणु को .फॉर प्ले के बाद ,प्रवेश लेने से ठीक पहले ही इसे सलीके से धारण कीजिये पूर्ण -लिंगो -थ्थान (फुल्ली इरेक्ट पेनिस) की स्थिति में .याद रखिये यह सिर्फ लिंग की ही टोपी है स्क्रोतम(अंड- कोष ) या ग्रोइन(ऊरू मूल ,शरीर का वह भाग जहां टांगें मिलतीं हैं .) की नहीं .आसपास कोई भी कट ,रोग संक्रमण (इन्फेक्सन ) फ्लुइड एक्सचेंज की वजह बन सकता है .नतीजा यौन सम्बन्धी रोग भी बन सकतें हैं यदि साथी अजनबी है ,अनजान है .ह्यूमेन पेपिलोमा वायरस संक्रमण ,एच आई वी एड्स का भी जोखिम पैदा हो सकता है .इसीलिए तो सौ फीसद सुरक्षित नहीं है कंडोम .
ज्यादा होशियारी मत दिखाइये ,कुछ लोग नाहक ही दो सु -रक्षा कवच धारण कर कुरु -क्षेत्र के मैदान में कूद पडतें हैं .ध्यान रहे -टू (टी डब्लू ओ )इज ट्रबुल .एक ही बेहतर रहता है .दो में फिसलने का बड़ा ख़तरा निहित है .फट भी सकता है .
बहुत ज़रूरी है :ओने साथी के प्रति वफा -दारी.मोनो- गैमस रिलेशन शिप की सलामती .अजनबियों .एक से ज्यादा यौन साथियों के साथ ओरल सेक्स (मुख मैथुन ,कई तो होतें ही मुख मैथुनी हैं ),गुदा मैथुन ,योनी मैथुन सभी जोखिम का खेल हैं .सवारी अपने सामान की यहाँ खुद जिम्मेवार है .आचरण से ताल्लुक रखता है फिरंगी संस्क्रती का रोग एच आई वी एड्स ,अन्य यौन सम्पर्क से प्रसार पाने वाले रोग (सेक्स्युँली कम्युनिकेबिल दिजीज़िज़ )।
ध्यान रहे रेग्युलर कंडोम्स गुदा मैथुन के लिए तैयार नहीं किये गए थे .एनल इंटर -कोर्स इन्वोल्व्स डिफरेंट काइंड ऑफ़

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