रविवार, 15 अगस्त 2010

क्या है स्टैटिक जेट स्ट्रीम जिसने रशिया के जंगलों में आग और पाक में बाढ़ से तबाही मचा दी है .;

वेदर ब्लोकर ,"ब्लोक्द "जेट स्ट्रीम टू ब्लेम फॉर फ्रीक वेदर इन रशिया ,पाकिस्तान ?(मुंबई मिरर ,अगस्त १३ ,२०१० ,पृष्ठ ३४ ।)
एक बहुत ही असामान्य ,अति विरल फिनोमिना है वेदर पेट्रन है ,जिसे "स्टेटिक जेट "कह रहें हैं मौसम के माहिर .आखिर है क्या यह स्टेटिक जेट ?
माहिरों के अनुसार उत्तरी अर्द्ध गोल (नोर्दरण हेमिस्फीयर )से ताल्लुक रखने वाली एक वेगवती पवन धारा है जो ऊंचाई पर बहती है (ए फास्ट मूविंग हाई -एलटी -त्युद एयर करेंट है ),जो इसउत्तरी गोलार्द्ध में पश्चिम से पूरब को बहती है .लेकिन गत माह कुछ ऐसी घटनाएं घटित हुईं हैं जो इस स्ट्रीम के गति -ह्रास की वजह बनीं हैं .इसी के परिणाम स्वरूप कुछ मुल्कों में मौसम जस का तस है ,जेट स्ट्रीम की तरह ठहर गया है .नतीज़न पाक में मानसून ज़ारी है ,ताबड़ तोड़ बरखा का कहर ज़ारी है ,और रशिया गर्मी से झुलस रहा है .लू चल रही है इस रेफ्रिजरेटर में .वहां लगी जंगल की आग, की तरहही यह खबर भी सारी दुनिया में फ़ैल गई है .जी हाँ रशिया के जंगलात में बे -काबू आग की वजह भी यही स्टेटिक स्ट्रीम बनी हुई है ।
हो यह रहा है यही ठहरी हुई जेट स्ट्रीम पूरबी अफ़्रीका से खुश्क हवा ला रही है रशिया तक .और यही गर्म हवा जंगलात में आग की वजह बनी हुई है ।
पूछा जा सकता है यह आग ,हीट- वेव ऑस्ट्रेलिया तक क्यों नहीं पहुंची है ?इसकी वजह यह है ,दक्षिणी गोलार्द्ध की एक अलग जेट स्ट्रीम है ?जो दक्षिण ध्रुव आधारित है ।
इस गति खो चुकी,ठहरी हुई ,स्टाल्डजेट स्ट्रीम के नतीजे योरोप और अमरीका के लिए विनाश कारी रहे हैं .जुलाई लगते ही अमरीका और कनाडा दोनों ही एक हीट वेव के साक्षी बनें हैं जिसने कई लोगों की जान ली है ,पावर कट्स की भी वजह बनी है .(आप जानतें हैं अमरीका और कनाडा हिन्दुस्तान नहीं है ,जहां बिजली नहीं ,सिर्फ बिजली के खम्बे हैं .बिजली सिर्फ लालू और राबड़ी के घर रोशन करती है .क्योंकि सामाजिक न्याय का झंडा इसी किस्म के लोग उठाए रहें हैं ।).
जुलाई- अगस्त माह में अब तक पाकिस्तान (पाकमें जो सबसे ज्यादा ना -पाक है )बाढ़ के प्रकोप से १६०० से ज्यादा लोग मर चुके हैं .जबकि १४ लाख से ज्यादा लोग बाढ़ की विभीषिका से जूझ रहें हैं .पाक में अगर सरकार नाम की कोई शै है तो वह भी इसका समर्थन करती है .संयुक्त राष्ट्र संघ भी ।
रशिया का यह आलम है ?
उधर राजधानी मोस्को स्मोग की नीली चादर ओढ़े है (स्मोक +फोग =स्मोग ).७०० लोग रोजाना मर रहें हैं .दफन के लिए जगह नहीं है मोर्ग्स में ,दफन से पहले,कहाँ रखाजाये शवों को दफन से पहले ? ।
कितना है बदनसीब ज़फर ,दफन के लिए ,दो गज ज़मीन भी ना मिली कुए यार में ........
स्टाल्ड जेट स्ट्रीम की वजह बन रही है -रोज्बी वेव्ज़।

रोज्बी वेव्ज़ क्या हैं ?
स्पिनिंग विंड करेंट्स देट गिव दी जेट स्ट्रीम इट्स वेवी फॉर्म बाई पुशिंग इट नोर्थ एंड साउथ -आर रेस्पोंसिबिल फॉर दी स्टाल्ड जेट स्ट्रीम .दीज़ आर रोज्बी वेव्ज़ .
यानी नर्तन शील पवन धाराएं(रोज्बी वेव्ज़ )जो जेट स्ट्रीम को उत्तर -दक्षिण दिशा में धकेलती हैं .जेट स्ट्रीम्स की गति -ह्रास की वजहभी बनतीं हैं ।
इत्तेफाकन , इस बरस, रोज्बी वेव्ज़ ज्यादा शक्ति शाली रहीं हैं ,फलस्वरूप जेट स्ट्रीम अपनी गति खो चुकीं हैं .इसीलिए कहलाईं हैं "स्टेटिक जेट स्ट्रीम "।
सेविंग ग्रेस यही है ,गनीमत यही है , यह गति -विराम ८ -११ दिन तक ही ज़ारी रहेगा .लेकिन गति ह्रास की प्रागुक्ति करना मुमकिन नहीं है ।
अमरीका को हीट वेव्स की गिरिफ्त में लेने वाली स्टेटिक जेट स्ट्रीम की अवधि थी ७ दिन जबकि पाक और रशिया को निशाने पे लेने वाली स्टेटिक जेट स्ट्रीम गत ८ दिन भुगता चुकी है .अभी चंद दिन और मौसम का यही मिजाज़ बना रहने वाला है इन मुल्कों में ।
कयास ही लगाए जा चुके हैं इस अप्रत्याशित फिनोमिना के .एक अनुमान के अनुसार जलवायु परिवर्तन इसकी वजह रहा है .लेकिन इस प्रस्तावित अवधारणा की पुष्टि का कोई उपाय नहीं है .एक बात साफ़ है इस बरस के पहले ६ महीने बेहद के गरम रहें हैं .राष्ट्रीय सागर एवं वायुमंडलीय प्रशाशन (अमरीकी )इसकी तस्दीक करता है .

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