रविवार, 30 मई 2010

एंटी- सेन्स जीन क्या है ?

हम जानतें हैं ,'मेसेंजर आर एन ए का संस्लेषण डी एन ए हेलिक्स की दो में से किसी एक लड़ी (स्ट्रेंड )से किया जाता है .दोहरी कुण्डली नुमा सीढ़ी है डी एन ए की बनावट .इनमे से ही उसी एक स्ट्रेंड को टेम्पलेट या फिर 'सेन्स -स्ट्रेंड 'कह दिया जाता है ।
डी एन ए के संपूरक स्ट्रेंड को (दूसरे स्ट्रेंड को )ही एंटी -सेन्स स्ट्रेंड कह दिया जाता है .परस्पर यही दोनों लड़ियाँ यानी सेन्स और एन्तिसेंस स्ट्रेंड संपूरक कही जातीं हैं .इनसे ही तो मिलकर निर्मित हुई है डी एन ए की दोहरी सर्पिल कुंडली दार संरचना ।
इन दोनों डी एन ए स्त्रेंड्स से जो आर एन ए स्त्रेंड्स तैयार होतें हैं वह भी एक दूसरे के संपूरक कहे जातें हैं .डबल हेलीक्स में बद्धहोने के बाद आर एन ए स्त्रेंड्स प्रोटीन बनाने का फंक्शन अंजाम नहीं दे सकतें हैं ।
एंटी -सेन्स ;इट्स एन एड्जेक्तिव रिलेतिंग तू ऑरहेविंग ए स्ट्रेंड ऑफ़ डी एन ए कोम्प्लिमेंतरी तू आदर जेनेटिक मेटीरियल इनेबलिंग दी एक्सप्रेशन ऑफ़ ए ट्रेट तू बी रेग्युलेतिद .

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