सोमवार, 31 मई 2010

गेज़ गेज़ मौसेरे भाई ......

सिक्स्थ सेन्स विकसित होता है 'गेज़ 'का .अपने साथी 'गे 'को ,ट्रांस सेक्स्युअल्स ,बाई -सेक्स्युअल्स ,होमियो -सेक्स्युअल्स और लेस्बियंस को यह निगाह पड़ते ही पहचान लेते हैं ।
एक इन -बिल्ट जन्मजात 'राडार 'लिए होतें हैं गेयाईट्स.आप चाहें तो इसे 'गे -डार'कह सकतें हैं .साइंसदानों ने पता लगाया है ,यह सिंघावलोकन करतें हैं ,एक नजर में पूरा देख लेतें हैं .दे पे मोर एटेंसन तू डिटेल्स .और इसी कला के चलते यह अपने पीयर ग्रुप को पहचान लेते हैं .इसीलिए हमने कहा .गेज़ गेज़ मौसेरे भाई .मौसेरी बहिना ।
हालैंड के साइंस दानों ने अपने एक अध्धययन में ४२ गेज़ (समलिंगियों )और शेष स्ट्रेट वोलंतीयार्सकोकुछ 'फ़ोटोज़ विद आउट लाइंस ऑफ़ लार्ज स्क्वायर्स एंड रेक्तेंगिल्स दिखलाए .'इन्हें इनका विस्तृत ब्योरा देने को कहा गया .पता चला गे -मेंन और गे -वोमेन द्वारा प्रस्तुत विवरण ज्यादा सटीक और विस्तार समेटे था .बिग पिक -चर प्रस्तुत करनेमें भी इन्हें अपेक्षाकृत ज्यादा प्रवीण पाया गया ।
सन्दर्भ -सामिग्री :-'गेज़ पे मोर अटेन्सन तू डिटेल्स (दी टाइम्स ऑफ़ इंडिया ,मे ३१ ,२०१० )'

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