रविवार, 14 फ़रवरी 2010

पूत के पाँव पालने में ही दिख जातें हैं .

दो साल के शिशु में भी मोटापे के संकेत साफ़ दिखलाई दे जातें हैं .एज टू इज टिपिंग पॉइंट (टिपिंग पॉइंट इज दी मोमेंट वेंन वन पत्तिक्युलर रिज़ल्ट ऑफ़ ए प्रोसेस बिकम्स दी मोस्ट लाइकली वन ,आफ्टर ए पीरियड वेंन दी रिज़ल्ट इज नोट स्योर )।
और कभी कभी तो ओबेसिटी का पता शिशु के तीन माह का होने पर ही मुखर हो उठता है ,जब वह क्या और कितना खाया जाए पाठ सीख रहा होता है .ईस्टर्न वर्जीनिया मेडिकल स्कूल के साइंस दानों ने पता लगाया है ,थोड़ा हृष्ट -पुष्ट शिशु (प्लंप इन्फेन्ट्स )किशोरावस्था तक आते आते ओबेसिटी का शिकार बनते देखे गए हैं .और ऐसे शिशु अनेक हैं जो आगे चलकर ओबेसी करार दे दिए गएँ हैं .इसीलियें कहा गया है :पूत के पाँव पालने में ही नज़र आ जातें हैं .पारखी दृष्टि चाहिए ,स्वास्थ्य सचेत दृष्टि .

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