शुक्रवार, 5 फ़रवरी 2010

सूर्य से प्रकाश ग्रहण कर स्वतः काम करने वाली युक्तियाँ ..

साइंसदानों ने एक ऐसा सर्किट (विद्युत् परिपथ )तैयार कर लिया है जो सूर्यप्रकाश से शक्ति (पावर ग्रहण )लेकर काम करने लगता है इसी के साथ ऐसी टच स्क्रीन युक्तियों के निर्माण की संभावनाओं के द्वार खुल गए है जो आप से आप पावर प्राप्त करेंगी ।
डिस्कवरी न्यूज़ की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ यह दुनिया का पहला फोटो -वोल्टिक सर्किट है .जिसे अमरीका की पेन्सिल्वेनिया यूनिवर्सिटी ने तैयार किया है .इसी के अनुसार अभिनव उपभोक्ता उपकरणों के निर्माण का रास्ता साफ़ हो गया है .यहाँ तक की एक न्यूरल सर्किट ,दिमाग का छोटा मोटा प्रारूप (मॉडल या निदर्श )बनाया जा सकेगा एक पूरी पीढ़ी ओप्टिकल और इलेक्ट्रोनिक युक्तियों की तैयार करलेने का भरोसा दिया है इसी फोटो -वोल्टिक -सर्किट ने ।
अब आपके कंप्यूटर का टच स्क्रीन एक इलेक्ट्रिकल चार्जर का काम करने के अलावा कंप्यूटर -चिप का भी काम कर सकेगा ।
बेशक वर्तमान में बहुत ही बारीकी के साथ ऐसे सर्किट से जतन पूर्वक बहुत काम मात्रा में ही बिजली (विद्युत् शक्ति )पैदा की जा रही है लेकिन निकट भविष्य में इस अल्पांश में पैदा बिजली की मात्रा को बढाया जा सकेगा ,अपेक्षाकृत ज्यादा इलेक्त्रिसिती पैदा की जा सकेगी ।
और तब नै युक्तियाँ इसी सर्किट से संचालित हो सकेंगी ।
क्रित्रिम तौर पर न्यूरल सर्किट तैयार किया जा सकेगा निकट भविष्य में ।
फोटो -वोल्टिक सेल ?
यह एक ऐसी युक्ति है जो प्रकाश की मौजूदगी और मात्रा (इन्तेंसिती ),प्रकाश की तीव्रता का पता लगा लेती है बस दो विभिन्न धातु चाहिए .दोनों को जोड़ कर एक जंक्शन पर प्रकाश डाला जाता है ,दूस -रे को बचा कर रखा जाता है .बस एक वोल्टेज (पोटेंशियल डिफ़रेंस ) अल्पांश में पैदा हो जाता है .क्योंकि वोल्टेज का स्रोत प्रकाश है इसी लिए इस युक्ति को फोटो (प्रकाश )विद्युत् चालित सेल कहा जा ता है ।
फोटो वोल्टिक इफेक्ट क्या है ?
प्रकाश विद्युत् प्रभाव का मतलब क्या है ?
दी प्रो -दक्षण ऑफ़ ऑफ़ ए पोटेंशियल डिफ़रेंस अक्रास दी जंक्शन ऑफ़ दिस -सिमिलर मेटीरियल्स आर इन ए नान -होमोजीनियास सेमिकंदाक्टर मेटीरियल बाई दी एब्ज़ोर्प्शन ऑफ़ विजिबिल लाईट आर अदर इलेक्त्रोमेग्नेतिक रेडियेशन इस काल्ड फोटो -वोल्टिक इफेक्ट ।

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