रविवार, 6 सितंबर 2009

जांघ का नाप भी मानी रखता है दिल से .

कमनीय जाँघों पे दिल ज़रूर आ सकता है ,लेकिन थंडर थाईज़ से ही दिल को खतरा ज्यादा है ,यकीन मानिए .डेनमार्क में संपन्न एक अध्धय्यन में कोपेनहेगन विश्व्विद्दय्लय अस्पताल के बेरित हैत्मान एवं ग्लोस्त्रूप यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल के पीडर फ्रेड -रिख्ज़ं ने २८०० औरतों और मर्दों पर की गई आज़माइशों के बाद ये नतीजे निकालने की हिमाकत की है .(गुस्ताखी माफ़ जीरो साइज़ वालों )।
इन नतीजों की व्याख्या कुछ यूँ की जा सकती है -शरीर के किस अंग पे चर्बी चढ़ी है (वेअर यु गेन युअर वेट ) इसका आपके स्वास्थ्य से सीधा सम्बन्ध है ।
अंदरूनी हिस्सों में ज़मा चर्बी (पीपल विद लाट्स आफ एब्दोमिन्ल फेट ) दिलके रोगों ,मधुमेह ,आदि के जोखिम बढ़ा देती है ।
इसके बरक्स तथा कथित पेअर शेप्ड लोगों के लिए ये खतरे कम है ,चाहें कुल जमा चर्बी उनके शरीर में ज्यादा हो अध्धय्यन में साफ़ बतलाया गया है -जिन लोगों की जांघ का घेरा २४ इंच (६० सेटीमीटर ) से कम था ,बारह साला अध्धय्यन में उनके मरने की संभावना ज्यादा रही है ,लेकिन उनके लिए ऐसे खतरे और भी ज्यादा रहे जिनकी थाईज़ सर्कम्फ्रेंस १८ इंच (४५ सेटीमीटर )से कम थी ।
सन्दर्भ सामिग्री :फेट चांस आफ डाइंग अर्ली इफ यु हेव थंडर थाईज़ -टाइम्स आफ इंडिया (सितम्बर ५,२००९ पृष्ठ १७ ।)
प्रस्तुती :वीरेंद्र शर्मा (वीरुभाई ).

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