मंगलवार, 18 अगस्त 2009

क्या है ओरथो-रेक्सिया नर्वोसा ?

एना -रेक्सिया नर्वोसा यानी मोटे हो जाने का वहम किशोरा -वस्था की बीमारी है जिसमे किसी ऐश्वर्य राय की वेस्ट लाइन (पतली -कमरिया ,कटी -प्रदेश )आदर्श बन जाती है .एक होता है -बुलेमिया -सूमो -पहलवानों का शगल खाओ और उलटी करदो ,फ़िर खाओ औ उलट दो ,लेकिन ये "ओर्थोरेक्सिया -नर्वोसा क्या है ?
ब्रिटेन (ब्रितानिया )का मध्य -वर्गीय ,अति -शिक्षित तीस साला वर्ग -हेल्दी फ़ूड आब्सेशन से ग्रस्त है ,रिजिड इटिंग इस वर्ग की मजबूरी बन रहा है ,एक ऐसा भोजन जिसमे से चीनी -नमक दोनों नदारद हों ,जिसमें केफीन युक्त पेय न हों ,सोया ,कोर्न (मक्की ),यीस्ट,ग्लुतेम यहाँ तक की गेहूं जैसा अनाज भी ना हो ,उससे बनी डबल रोटी भी नहीं .दूध औ दुग्ध उत्पाद ना हों .दाइन करते वक्त मेज़ पर वां-इन का ग्लास ना हो .किस्सा सिर्फ़ लो -केलोरी फ़ूड तक सीमित नहीं है ।
उर्सुला फिलपाट (चेअर आफ दी ब्रिटिश डाई-तेटिक असोसिएशन का मेंटल हैल्थ ग्रुप ) के मुताबिक ओरथो -रेक्सिक्स गत सालों में तेज़ी से बढ़ें हैं .स्टीवन ब्रेट -मनने १९९७ (केलिफोर्नियाई डॉक्टर ) में पहली मर्तबा ओर्थोरेक्सिक -नर्वोसा नाम दिया -खान -पान की इस रिजिड आदत को ,मजबूरी को ,इटिंग ओबसेशन को .

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