गुरुवार, 13 अगस्त 2009

एच १ एन १ हाई -रिस्क ग्रुप क्या करे ?

गर्भ -वती महिलायें ,ब्लू -बेबीज़ (जिनके दिल में जन्म से सुराख है ),पुलिस एवं अन्यप्रतिरक्षा सेवाओं में तैनात लोग ,दमाके मरीज़ खासकर ,बच्चे और ६५ से ऊपर के बुजुर्ग ,स्तिरोइड्स दवा किसी भी वजह (मेडिकल कन्डीशन )से लेते रहने वाले लोगों को एच १ एन १ संक्रमण के प्रति ज्यादा खबरदारी रखनी है .यदि कामन कोल्ड ,आम फ्लू के भी क्लासिकल सिम्पटम्स मौजूद है और ३ -४ दिन बने रहतें हैं ,बावजूद आराम और ज्वर -दर्द नाशी दवाओं के सेवन के ,मसलन ,बुखार (ज्वर ,टेम्प्रेचर १०१-१०२ या और भी ज्यादा बना रहता है ),बदन गले में दर्द ,उलटी-दस्त ,नाक बहना ,छींकों का सिलसिला या फ़िर इनमे से कोई भी २-३ लक्षण -




जारी रहता है ,साँस लेने में तकलीफ बढ़ रही है ,तो फ़ौरन अपने चिकित्सक के परामर्श पर ही चलना है ,और समय घर पर जाया नहीं करना है ,भले ही एच १ एन १ इन्फ़्लुएन्ज़ा भी सेल्फ लिमिटिंग बीमारी कही समझी जा रही हो ।इसकी जांच से पहले ,रिपोर्ट आने से पहले इलाज़ शुरू कर देना है ,चिकित्सक को ,यकीं मानिए .
गर्भवती महिलाओं के मामले में इस संक्रमण के होने और लापरवाही बरतने पर बच्चा समय से पहले पैदा हो सकता है ,ऐसा स्त्री रोगों एवं प्रसूति विज्ञान के माहिर बतला रहें हैं .अलबता संक्रमण होने पर बच्चा (०-२ )छोटा है ,तो उसे मास्क तीन परतों वाला लगाकर फीड करा सकती है माँ .बाकी समय परिवार के अन्य सदस्य बच्चे की देखभाल कर सकें तो और भी बेहतर .स्वां -इन फ्लू तो अभी रहने वाला है और इस दरमियान बच्चे भी पैदा होंगे ही ज़रूरत ,सिर्फ़ एहतियात बरतने की है ,खौफ खाने की नहीं ।
मधुमेह के मरीजों में एच १ एन १ इन्फ़्लुएन्ज़ा _ऐ का वायरस ब्लड सुगर लेवल को गिरा सकता है ,ज़रूरत ब्लड -शूगर लेवल के विनियमन करते रहने की है ।
दमा के मरीजों खासकर नौनिहालों के प्रति हमारी खबरदारी और भी बढ़ जाती है .इनमें भी कई मर्तबा (0-२ )शिशुओं को कोर्तिको -स्तेरोइड्स पे रखना ज़रूरी हो जाता है .इनका रोग प्रतिरक्षा तंत्र हिरदय ,केंसर ,परिहिर्दय धमनी रोगों के मरीजों की तरह उतना सक्षम नही रहता है ,इसलिए ज़रा सा भी रिस -पाई -रेत्री डिस्ट्रेस तवज्जो मांगता है .चौकसी रखें ,घर में कोई एच १ एन १ संक्रिमित व्यक्ति है तो उससे इस हाई -रिस्क ग्रुप को हर चंद बचाए रहें .२४ घंटा आपात कालीन काम पर तैनात हमारे पुलिस वाले ,अन्य प्रति रक्षा से जुड़े लोग भीड़ वाले स्थानों पर इस दरमियान मास्क लगा कर रखें ,जब तक फ्लू का पीक जारी है ,बचावी एहतियात बरतें .खूब पानी पीयें ,स्वास्थ्यकर खुराख भी उतनी ही ज़रूरी है ,बचावी चिकित्सा का हिस्सा है .फ़र्ज़ में तो कोताही कर नहीं सकते ,अपनी सेहत का भी ख्याल रखें .ॐ शान्ति .इस समय फ्लू हमारा राष्ट्रीय मसला है .

1 टिप्पणी:

Arshia Ali ने कहा…

जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई.
( Treasurer-S. T. )