क्यों हो जाता है बुढ़ापे में स्मृति ह्रास रोग अल्ज़ाइमर्स ?कौन कौन से कारक इसकी वजह बनते हैं ?
समझा जाता है कोई एक वजह नहीं है इस रोग की कालान्तर में हमारे दिमाग को न सिर्फ हमारी खानदानी (आनुवंशिक बुनावट ,जेनेटिक मेकअप )अपना असर ग्रस्त कर सकती है हमारा माहौल भी पर्यावरणी घटक भी ,जीवन शैली भी।
पांच फीसद से भी कम मामलों में हमारी आनुवंशिक रचना (जीवन इकाइयों )में होने वाले कुछ ख़ास परिवर्तन भी इसकी वजह बन सकते हैं। इस रोग की चपेट में आये मस्तिष्क में आपको कमतर कोशिकाएं (न्यूरॉन्स दिमाग की एकल कोशिका न्यूरोन कही जाती है )मिलेंगी ,जिनका पता शरीर छोड़ने के बाद ही दिमाग की आनुवंशिक जांच पड़ताल करने पर ही मिलेगा। अलबत्ता आपके जीते जी भी जीवित कोशिकाओं में भी कमतर सम्प्रेषण सेतु ,कनेक्शंस नेटवर्क रह जाते हैं।
कालानतर में इन्हीं तमाम वजहों से दिमागी कोशिकाओं के छीजने टूटने से दिमाग भी सिकुड़ के छोटा रहजाता है पहले की बनिस्पत। दिमागी ऊतकों की बादे मार्ग ,यानी मरीज़ की मृत्यु के बाद माइक्रोस्कोपों से की गई सूक्ष्म जांच बतलाती है ,प्लाक्स और टेंगिल्स। यानी दो किस्म की एब्नॉर्मलिटीज़ (दिमागी कोशिकाओं में आये असामान्य बदलाव ) प्रकाश में आती हैं।
Plaques:प्लाक्स वास्तव में एक दिमागी प्रोटीन बीटा एम्लोईड्स के गुच्छ होते हैं जो बहुबिध दिमागी कोशिकाओं को नष्ट करते हैं। न्यूरॉन से न्यूरॉन के संवाद (न्यूरॉन -न्यूरॉन कम्युनिकेशन )को ये प्लाक्स बाधित करते हैं। कोशिका के बाहरी खोल को घेरे में ले लेते हैं ये प्रोटीन प्लाक। सम्भवतया यह घेरा बंदी ही न्यूरॉन्स की मौत की वजह बनती है।
Tangles:दिमागी कोशिकाएं एक आंतरिक वाहन प्रणाली ,इंटरनल सपोर्ट सिस्टम के आसरे रहती हैं । यही प्रणाली कोशिकाओं को पोषण मुहैया करवाती है तब तक जब तक के वह जीवित बनी रहती हैं।यह प्रणाली कारगर बनी रहे इसके लिए ज़रूरी होता है ,एक और प्रोटीन Tau (टो या टाउ )का संरचनात्मक और प्रकार्यात्मक तौर पर भी सामान्य बने रहना।
लेकिन दिमागी कोशिकाओं के इस अपविकासी रोग में इस प्रोटीन के धागे परस्पर उलझ जाते हैं यही उलझाव टेंगिल्स की सृष्टि करता है। नतीज़न कोशिकाओं को पोषण की आपूर्ति रुक जाती है। पुष्टिकर तत्व मुहैया करवाने वाली वाहन प्रणाली टूट जाती है। दिमागी कोशिकाओं के क्षय से भी ये टेंगिल्स बनते हैं प्रणाली ढहने लगती है।
कौन से घटक (कारक )बनते हैं अल्जाइमर्स रोग की वजह।(देखें सन्दर्भ सामिग्री ):
सन्दर्भ -सामिग्री: http://www.mayoclinic.org/diseases-conditions/alzheimers-disease/symptoms-causes/dxc-20167103
समझा जाता है कोई एक वजह नहीं है इस रोग की कालान्तर में हमारे दिमाग को न सिर्फ हमारी खानदानी (आनुवंशिक बुनावट ,जेनेटिक मेकअप )अपना असर ग्रस्त कर सकती है हमारा माहौल भी पर्यावरणी घटक भी ,जीवन शैली भी।
पांच फीसद से भी कम मामलों में हमारी आनुवंशिक रचना (जीवन इकाइयों )में होने वाले कुछ ख़ास परिवर्तन भी इसकी वजह बन सकते हैं। इस रोग की चपेट में आये मस्तिष्क में आपको कमतर कोशिकाएं (न्यूरॉन्स दिमाग की एकल कोशिका न्यूरोन कही जाती है )मिलेंगी ,जिनका पता शरीर छोड़ने के बाद ही दिमाग की आनुवंशिक जांच पड़ताल करने पर ही मिलेगा। अलबत्ता आपके जीते जी भी जीवित कोशिकाओं में भी कमतर सम्प्रेषण सेतु ,कनेक्शंस नेटवर्क रह जाते हैं।
कालानतर में इन्हीं तमाम वजहों से दिमागी कोशिकाओं के छीजने टूटने से दिमाग भी सिकुड़ के छोटा रहजाता है पहले की बनिस्पत। दिमागी ऊतकों की बादे मार्ग ,यानी मरीज़ की मृत्यु के बाद माइक्रोस्कोपों से की गई सूक्ष्म जांच बतलाती है ,प्लाक्स और टेंगिल्स। यानी दो किस्म की एब्नॉर्मलिटीज़ (दिमागी कोशिकाओं में आये असामान्य बदलाव ) प्रकाश में आती हैं।
Plaques:प्लाक्स वास्तव में एक दिमागी प्रोटीन बीटा एम्लोईड्स के गुच्छ होते हैं जो बहुबिध दिमागी कोशिकाओं को नष्ट करते हैं। न्यूरॉन से न्यूरॉन के संवाद (न्यूरॉन -न्यूरॉन कम्युनिकेशन )को ये प्लाक्स बाधित करते हैं। कोशिका के बाहरी खोल को घेरे में ले लेते हैं ये प्रोटीन प्लाक। सम्भवतया यह घेरा बंदी ही न्यूरॉन्स की मौत की वजह बनती है।
Tangles:दिमागी कोशिकाएं एक आंतरिक वाहन प्रणाली ,इंटरनल सपोर्ट सिस्टम के आसरे रहती हैं । यही प्रणाली कोशिकाओं को पोषण मुहैया करवाती है तब तक जब तक के वह जीवित बनी रहती हैं।यह प्रणाली कारगर बनी रहे इसके लिए ज़रूरी होता है ,एक और प्रोटीन Tau (टो या टाउ )का संरचनात्मक और प्रकार्यात्मक तौर पर भी सामान्य बने रहना।
लेकिन दिमागी कोशिकाओं के इस अपविकासी रोग में इस प्रोटीन के धागे परस्पर उलझ जाते हैं यही उलझाव टेंगिल्स की सृष्टि करता है। नतीज़न कोशिकाओं को पोषण की आपूर्ति रुक जाती है। पुष्टिकर तत्व मुहैया करवाने वाली वाहन प्रणाली टूट जाती है। दिमागी कोशिकाओं के क्षय से भी ये टेंगिल्स बनते हैं प्रणाली ढहने लगती है।
कौन से घटक (कारक )बनते हैं अल्जाइमर्स रोग की वजह।(देखें सन्दर्भ सामिग्री ):
सन्दर्भ -सामिग्री: http://www.mayoclinic.org/diseases-conditions/alzheimers-disease/symptoms-causes/dxc-20167103
2 टिप्पणियां:
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (20-09-2017) को बहस माता-पिता गुरु से, नहीं करता कभी रविकर : चर्चामंच 2733 पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
महत्वपूर्ण जानकारी जानकारी है।
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