अभी से थक के बैठे हो अभी तो दूर जाना है ,
वही किस्से पुराने हैं उन्हें क्या आज़माना है।
वो अपनी राह जाते हैं तुम्हें अपनी पे रहना है ,
तुम्हें क्या उनसे लेना है तुम्हे क्या उनको देना है।
न कुछ उनसे है अब कहना न कुछ उनसे सुनना है।
कहो दिल खोलके जो भी कहो अपनों से कहना है।
वही किस्से पुराने हैं उन्हें क्या आज़माना है।
वो अपनी राह जाते हैं तुम्हें अपनी पे रहना है ,
तुम्हें क्या उनसे लेना है तुम्हे क्या उनको देना है।
न कुछ उनसे है अब कहना न कुछ उनसे सुनना है।
कहो दिल खोलके जो भी कहो अपनों से कहना है।
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