.जब जल और वायु विक्षुब्ध होतें हैं तो ज्यादा घातक हो जाते हैं दोनों के परस्पर संघर्षं से
चिंगारियां निकलतीं हैं जो
अग्नि का ही रूप हैं .आकाश में लटका बादल जल का ही रूप है .पृथ्वी जिस समुन्दर को धारे हुए
है वह खुद एक ताप इंजन की तरह काम करने लगता है .ऊर्जा अंतरित करता रहता है समुन्दर
वायुमंडल में .आखिर सूरज सबको देता है ,समुन्दर को छप्पर फाड़ के देता है जिसमें जल की
अपार राशि है.जल में ऊष्मा समोए रखने का अपार गुण है .सबसे ज्यादा है उसकी ऊष्मा
धारिता .सबसे ज्यादा होती है जल की विशिष्ट ऊष्मा .समुन्दर से ऊर्जा ग्रहण कर हवा ऊपर
उठती है बहुत ऊपर उठकर गोल गोल घुमने लगती
धारिता .सबसे ज्यादा होती है जल की विशिष्ट ऊष्मा .समुन्दर से ऊर्जा ग्रहण कर हवा ऊपर
उठती है बहुत ऊपर उठकर गोल गोल घुमने लगती
है बवंडर सी ,एक विद्युत् धारण करती है इस नर्तन से .इसी विद्युत् के साथ में चला आता है
एक चुम्बकीय क्षेत्र
एक चुम्बकीय क्षेत्र
जो तूफ़ान लिए आता
है .
शरीर के भीतर भी जल है ,वायु है आकाश है ,अग्नि है ,.शरीर के भीतर यदि ये पञ्च तत्व
विक्षुब्ध हो
विक्षुब्ध हो
जाएं तो पागलपन की स्थिति आ जाती है .
और यदि प्रकृति में यही तत्व विक्षुब्ध हो जाएं तो आंधी और तूफ़ान ,झंझावात की स्थिति आती
है ,जो कभी चक्रवात कहातें हैं उष्ण कटिबंधी और कभी हरीकेन (हुरिकैन ),कभी टाइफून और
कभी
कभी
सुनामी .
ये निश्चित और तात्विक नाम नहीं हैं .स्थानीय हैं .अलग अलग देशान्तरों पर अलग अलग नाम
रूप ले लेतें हैं .इनका नामकरण भी ऐसे किया जाता है जो अधिक भय पैदा न करे .
साइक्लोन ,हुरीकेन और टाइफून तात्विक रूपसे एक ही हैं नामकरण तय होता है स्थानीयता से
,कहाँ पैदा हुए दिखे ये चक्रवात बोले तो बवंडर हवा के बगूले .कितने देशांतर पर .कौन से
समुन्दर के गिर्द .
सुनामी आती है समुन्दर के बहुत नीचे subduction earthquake से दो प्लेटों
के परस्पर एक दूसरे पर आरोहण से .महाद्वीपों को कमर पे लादे फिरतीं हैं प्लेटें .इन्हीं के
संघर्षण से भूकम्प आतें हैं .(Theory of plate tectonics).
समुन्दर के गिर्द .
सुनामी आती है समुन्दर के बहुत नीचे subduction earthquake से दो प्लेटों
के परस्पर एक दूसरे पर आरोहण से .महाद्वीपों को कमर पे लादे फिरतीं हैं प्लेटें .इन्हीं के
संघर्षण से भूकम्प आतें हैं .(Theory of plate tectonics).
A cyclone is both the name for the whirling, organised storms we call a hurricane
or tyfoon as well as the name for storms in the Indian ocean.
तकनीकी तौर पर सभी हुरिकैन यद्यपि साइक्लोन ही होतें हैं लेकिन सभी साइक्लोन (चक्रवात
,बवंडर )हुरिकैन नहीं होते .अंतर वायु के प्रचंड वेग से पैदा होता है .
केवल वही चक्रवात हुरिकैन (हरिकेन )कहाते हैं जिनकी विंड स्पीड कमसे कम 74 मील प्रति
घंटा या और भी ज्यादा रहती है .
9 टिप्पणियां:
तूफ़ान के बारे में अमूल्य जानकारी आपने बतायी है।
जल प्रवाह, हों सब जन रक्षित।
Prakriti ka prachand roop
आपकी पोस्ट बुधवार (31-10-12) को चर्चा मंच पर | जरूर पधारें | सूचनार्थ |
beautifully explained
तांडव शंकर दे मचा , नचा विश्व परिदृश्य |
विशिष्ट ऊर्जा जल भरे, करे जलजला पृश्य |
करे जलजला पृश्य, दृश्य नहिं देखा जाए |
जल जाए जब जगत, हजारों जाने खाए |
क्षिति जल पावक गगन, वायू से मंच पांडव |
छेड़ छाड़ कर बंद, नहिं तो झेले तांडव ||
बहुत अच्छे से जानकारी दी है .... इंसान के अंदर भी तूफान उठते हैं .... सब संतुलित रहे यही प्रार्थना है
उपयोगी पोस्ट !
बहुत ही अच्छी प्रस्तुति
सादर
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