शनिवार, 20 अक्तूबर 2012

पेशीय फड़कन (Muscle twitching or Fasciculation ),दूसरी क़िस्त

          


पेशीय फड़कन (Muscle twitching or Fasciculation ),दूसरी क़िस्त 

गौर करें इन तथ्यों पर,वैज्ञानिक  प्रेक्षणों पर :

(1)पेशीय फड़क कभी कभार होने वाली घटना ही है ,अक्सर इसकी पुनरावृत्ति नहीं ही होती है .

(2)जो लोग Amyotrophic lateral scelerosis (ALS) यानी उस चिकित्सा स्थिति से ग्रस्त हैं जिसमें वे नर्व सेल्स (तंत्रिका कोशायें ,नसें )ही असर ग्रस्त 

हो 

जातीं हैं जो पेशीय संचालन पर नियंत्रण  रखती हैं उनके मामले में पेशीय फड़क का कोई पुष्ट और मान्य इलाज़ भी उपलब्ध नहीं है आज की तारीख में .

(3)पेशीय फड़कन जब सीने /छाती ,चेहरे और Quadriceps में होती है इसे नंगी आँखों भी देखा जा सकता है .

Quadriceps :is a large four part muscle at the front of the thigh that acts to extend the leg.

आम भाषा में चार सिरों वाली ऐसी पेशी जांघ के अग्र  भाग में जो टांग को फ़ैलाने  में मदद करती है ,फोरसेप्स कहलाती है .

कसरत और व्यायाम पेशीय फड़क की एक आम वजह बन जाती है .

calves(टांग की पिंडलियों की पेशियाँ  ) ,arches of the feet(पैर के तलुवे की चाप ) ,quads ,hamstrings(घुटने के पीछे की नस जो टांग  के ऊपर के 

हिस्से की मांसपेशियों को नीचे की हड्डियों से जोडती है ) और gluteus की फड़कन की वजह कसरत भी  बनती है .

वास्तव में जब हम देर तक व्यायाम करतें हैं तब हमारे शरीर में लेक्टिक  एसिड का स्तर ऊपर चला जाता है जिससे हमारे शरीर में  ऑक्सीजन की कमी 

हो जाती 

है।यह कमीबेशी ही पेशियों की इस अजीबोगरीब संकुचन की वजह बनती है .

एक अनुमान के अनुसार बालिगों में तकरीबन 70 -80 फीसद लोगों की खुराख में मैग्नीशियम की मात्रा वांच्छित (यथोचित मात्रा )से काफी कम रहती है 

.ऐसे में पेशीय फड़कन  के मौके बढ़ सकतें हैं . 

अरक्षित हो जातें हैं ये लोग इस स्थिति के प्रति .

इसका पता लगाने की रोग निदानिक तरकीबों में अब तक सर्वोत्तम प्रभावी  तकनीक Surface Electromyography(EMG) को ही समझा जा रहा है 

जिसमें विराम और संकुचन की स्थितियों में पेशियों में विद्युत -सक्रियता की पड़ताल और आरेख तैयार किया जाता है .इस आरेख को ही 

इलेक्ट्रोमायोग्राम कहा जाता है . तथा इस प्रक्रिया को सर्फेस इलेक्ट्रोमायोग्रेफ़ी .

.इसकी रोग निदान तरकीबों का अध्ययन और चर्चा हम आगे की किस्तों में विस्तार से भी  करेंगे .



अब के लिए इतना ही .

3 टिप्‍पणियां:

musafir ने कहा…

बहुत ही बेहतरीन जानकारी दी है आपने आभार !!!

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

इस ओर तो कभी ध्यान ही नहीं गया.... अच्छी जानकारी

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

केमिकलीय संतुलन बना रहे..