सोमवार, 1 अक्तूबर 2012

पता नहीं लंगोट का लाल रंग से क्या रिश्ता है




Red is the color of south or fire and fame .Red turns up the energy level on every thing it touches.and it animates the inanimate

पहनने  दीजिए स्टंट मैन  बोले तो अक्षय कुमार को किसी फिल्म में लाल लंगोट फिर देखिए इसका महातम्य .

इसे पहने पहने ही हनुमान संजीवनी पहाड़ उठा लाये थे .



राष्ट्रीय झंडों में यह रंग बराबर अपनी दस्तक बनाए हुए है .तमाम ख्यात ईट्रीज़ में भी .पिज़ा हट अमरीका में गहरे लाल से पुती हुईं हैं .

प्रतीकात्मक रंग है लाल फिर चाहे वह शादी के जोड़े का रंग हो या सिन्दूर का माथे की  बिंदिया का हो या चोली का .इसके नीचे हम जा नहीं सकते .यह हमारी भौतिक सीमा है .नैतिक भी .

और तो और जो महिला सधवा शरीर छोड़ जाती है यानी पति से पहले जिसकी मृत्यु हो जाती है उसे मांग में सिन्दूर भरके माथे लाल बिंदी लगा लाल ही कफन ही औढाया जाता है .

किसी चीज़ के महत्व को उजागर करता है लाल रंग चाहे वह फेंग सुई हो या कुछ और .

हमारी जीवन ऊर्जा खून का रंग भी लाल है .(बा -शर्ते यह पानी न हुआ हो ....)

भूख बढाता है लाल रंग .

इसीलिए डाइनिंगरूम्स  का रंग लाल रखा जाता है .

संकेतार्थों में लाल रंग ऊर्जा का ही प्रतीक और द्योतक है भले यह सकारात्मक और नकारात्मक दोनों ही अर्थ छटाएं लिए हुए है .

जोकी  भी भैंसे को लाल झंडी दिखाके ही उत्तेजित करता है .

और पहले तो भाई साहब यह लाल रंग  सुहागरात पे पवित्रता का प्रतीक भी माना जाता था .भले एक दम से अ -वैज्ञानिक  बात थी यह क्योंकि हाईमन कितनी ही मर्तबा उछल कूद करते साइकिल चलाते ,तैराकी के दौरान स्वत :ही फट जाती है .

That is why  even in most tranquil rooms a touch of red is all it takes to keep a room from sliding off into a coma.

वैसे  काल शेष नहीं  हुआ है लंगोट .तमाम खिलाड़ी आज भी "supporter "  पहने  रहतें  हैं  .अंडरवीयर के विज्ञापन में इसके नीचे हीरो यही "सपोर्टर "पहने रहता है .लेकिन लंगोट को पुरुष असेट्स के रूप में मान्यता नहीं मिली है ."bust"की तरह स्त्री -वक्ष स्थल की तरह .

चुस्त  दिखने  रहने के लिए "orchitis"अंडकोशों के संक्रमण और सूजन से बचाव के लिए सपोर्टर बोले तो लंगोट पहनिए .लाल रंग का ही पहनिए .

एक प्रतिक्रया :

पहली बार इस  लंगोट पोस्ट को फीड ने लिया ही नहीं -पडी रही है, फिर ट्राई करके देखता हूँ! 

यह   प्रतिक्रया FB पर भी मौजूद है .उसी तारीख में जिसमें पहली मर्तबा पोस्ट की गई थी .

हमारी  भी जिद है तू डाल डाल मैं पात पात .अपने डॉ .अरविन्द मिश्र जी का स्पैम बोक्स डायनासौर बना हुआ इस टिपण्णी को जब दस बार लील चुका तब हार मानके हमने यह एक्सट्रीम कदम उठाया है .

सभी ब्लोगर बंधुओं बह्नाओं से अनुरोध है इस्पैम बोक्स को नियमित खाली करें .ये संक्रमण बहुत तेजीसे फ़ैल रहा है .   

2 टिप्‍पणियां:

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

मूल रंग तो खून का है और उगते और डूबते सूर्य का है।

डॉ टी एस दराल ने कहा…

कुल मिलाकर लाल रंग से जीवन में उत्साह मिलता है .
बढ़िया समीक्षा लाल रंग की .