मंगलवार, 9 अक्तूबर 2012

प्रौद्योगिकी का सेहत के मामलों में बढ़ता दखल (समापन किस्त )


 प्रौद्योगिकी  का सेहत के मामलों में बढ़ता दखल (समापन किस्त )

इस्मार केवल नव -प्रवर्तक ही नहीं हैं ,चिकित्सा के क्षेत्र में नव परिवर्तन के सूत्र धार ही नहीं हैं वह ऐसा मानतें हैं आइन्दा पांच दस सालों में ही यह सब बड़े पैमाने पे होना है .मैं ने तो सिर्फ एक रास्ता दिखलाया है कि कैसे हम अपने शरीर पर खुद भी नजर रख सकते है उपलब्ध प्रौद्योगिकी  की मदद से .भले हमें  कल कोई साईबोर्ग ही क्यों न कह समझने लगे .

इस्मार का प्रयोग खत्म नहीं हुआ है अब शुरु हुआ है विधिवत .

Smarr had his microbiome sequenced at the J.Craig ventor Institute-that is all of the microbes that live inside him -to see what insight can be gleaned from the addition of that data to the library of himself .

शरीर में मौजूद सूक्ष्म जीवाणुओं के अनुक्रमण से वह ज्यादा से ज्यादा सूचना खुद के बारे में बटोर लेना चाहतें हैं .

A MICROBIOME IS THE TOTALITY OF MICROBES ,THEIR GENETIC ELEMENTS (GENOMES ), AND ENVIRONMENTAL INTERACTIONS IN A PARTICULAR ENVIRONMENT.

सैंड  बोर्न कहतें हैं इस्मार एक ऐसे आन्दोलन की देहलीज़ पे खड़े हैं जहां उन्हें खुद को हैरान परेशान चिंतित रहने रखने की एक  आदत सी पड़ गई है .

सवाल एक और उठता है -

When it is too much information ?

जो  कुछ इस्मार कर रहें हैं यह उसके लिए सर्वोत्तम  समय नहीं है न ही फिलवक्त हमें  ये मालूम है उनकी  तरह और कितने लोग  हैं जो अपने बायोमार्कर्स का बिना किसी डॉक्टरी सलाह के खुद से परीक्षण करना चाहतें हैं .इसका खर्ची के हिसाब से भी मरीज़ को कुछ फायदा भी होगा या नहीं कोस्ट बेनिफिट क्या रहेगा ये सब बातें अभी अनुमेय ही हैं एक हेल्थ पालिसी के नज़रिए से -.   
सैंड बोर्न कह रहें हैं .

अब जानिये बाल -रोगों की एक नामचीन माहिरा क्या कहतीं हैं इस्मार के अनुप्रयोगों  के बारें में -

Pediatrician Dr .Jennifer shu said she agrees with that .She is all for using phones and related devices to track health -she uses FitBit and the MapMyRun  appliance (app )herself .She thinks it is a great idea to share this information with doctors, and encourages her young patients to increase their steps by 10% each week until they hit a certain goal.

ordering your own medical tests online ,beyond what doctors would recommend poses  a lot of potential problems ,Shu said:Over testing ,over -diagnosis ,over utilization of resources and false positives ,meaning the results may suggest you have a disease that you don't .

शू मानती हैं हर चीज़ की एक सीमा होती है .बेहद की पड़ताल ज़रूरी नहीं है अपने शरीर के बाबत .लेकिन कहाँ से शुरु होकर यह सीमा कहाँ खत्म होती है इसका लोगों को कोई इल्म नहीं है .

बेशक अभिनव धारणाओं परिकल्पनाओं की पड़ताल की  बुनियाद भौतिक  एवं चिकित्सा विज्ञानों में  छोटे पैमाने के परीक्षणों से ही शुरु होती है .इस्मार यही कर रहें हैं .वह एक अन्वेषी हैं और अन्वेषण ही करते रहतें हैं .शरीर में भी वह एक न एक अन्वेषी (प्रोब )फिट  ही  किए रहते हैं .

एक क्रोनिक बीमारी का रोग निदान उनके इन्हीं अन्वेषणों की बदौलत मुमकिन हुआ है .सैंडबोर्न मानते हैं .

इस्मार अभी भी आशावान है .आस का पल्लू छोड़ना तो उन्होंने सीखा ही नहीं है .

सुनिए इस्मार के ये उदगार क्या कहतें हैं वह उन्हीं की जुबानी -

"I  feel much more like I am in control because I am measuring it ,I am monitoring it ,I am understanding my bacteria-how it has been screwed up by antibiotics  and other things ," he said .I am quite hopeful that over the next five ,ten ,twenty years we are going to have cures for a lot of things that we currently think as incurables.

सन्दर्भ -सामिग्री :-

Tracking your body with technology

By Elizabeth Landau, CNN
updated 8:41 AM EDT, Sat September 22, 2012


आज की विशेष पेशकश 



      पूरा विश्व मानता है 

   अशोक गहलोत जी ने अभी हाल में अपने एक वक्तव्य में एक टी वी चैनल के सामने अपने ये उदगार व्यक्त किए -



पूरा देश मानता है राहुल गाँधी में प्रधान मंत्री बनने के तमाम गुण हैं ,विपक्ष भी मानता है यह बात .माननीय  अशोक गहलोत साहब ने यह कहके अपना शील और संकोच ही दिखाया है वरना कहना वह यह चाहते थे पूरा विश्व भी यह मानता है कि राहुल गांधी जी में प्रधानमन्त्री बनने के सारे गुण मौजूद हैं .

एक शैर नजर है ज़नाब अशोक गहलोत साहब के लिए -

गोर में मुर्दा पड़ा ,हूर की सूझी ,

अंधे को अँधेरे में, बहुत दूर की सूझी .

गोर का मतलब होता है गुफा ,गड्ढा ,सांप की बिल ,दफ़्न के लिए   जगह को गोर कहतें हैं .मुर्दा पड़ा है गोर में और देखी अरमान 

1 टिप्पणी:

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

मन का होना तो पता चलता रहता है, तन का होना भी ज्ञात हो इस माध्यम से।