शुक्रवार, 25 मार्च 2011

सैलून्स और स्पाज़ से होने वाली नुकसानी (ज़ारी ...).

सम साइड इफेक्ट्स कैन बी एज टफ एज नेल्स ।
मैनिक्युओर्स और पैदिक्युओर्स ट्रीट -मेंट्स सभी सैलून्स पर उपलब्ध ज़रूर हैं लेकिन हस्त और पाद उंगुलियों की खूबसूरती (मनिक्युओर्द फिंगर्स )की भी कई मर्तबा कीमत चुकानी पडती है क्योंकि निरापद नहीं हैं ये भी ।
दो औरतों को स्किन कैंसर की परेशानी भुगतनी पड़ी है इन दोनों ट्रीट -मेंट्स से .
२००९ में टेक्साज़ विश्वविद्यालय ने इसी आशय का एक अध्ययन "आर्काइव्ज़ ऑफ़ दर्मेटोलोजी " में प्रकाशित किया था .
इन दोनों ने ही नेल ड्रायार्स का अकसर स्तेमाल किया था . परा -बैंगनी (अल्ट्रा वायलेट रेडियेशन )के ये ड्रायार्स ज्ञात स्रोत हैं .बेशक ठीक ठीक कितने एक्सपोज़र के बाद यह चमड़ी का कैंसर हो जाता है यह अभी अनुमेय ही है लेकिन सभी सैलून्स में इनका चलन है ।
ऐसे में चर्म-रोग के माहिरों (दर्मेटो-लोजिस्टों )की यह सलाह मान लेने में कोई हर्ज़ नहीं है ,"अन्टिल मोर रिसर्च इज कन -दक्तिड यु स्लेदर ऑन सन स्क्रीन बिफोर योर नेल टेक एप्लाईज़ पोलिश ऑर स्टिक टू फेन -बेस्ड ड्रायार्स स्पेशियली इफ यु गेट योर नेल्स डन वीकली ऑर मंथली ."

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