एक प्रतिक्रिया निम्न पोस्ट पर :
आँख रतौँधी जिनकी है ,
उनको क्या दिखलायेंगे ,
अच्छे दिन जब आएंगे।
वो जो इस्केम ही खाएंगे ,
प्याज भला क्या खाएंगे।
जिनके पेट में टू जी है ,
आँतों में है कॉमन गेम्स ,
श्याम सखा भी क्या उनकी ,
बंशी नित्य बजायेंगे।
लालू को दे वोट सखा ,
महाठगिया कहलायेंगे।
आँख रतौँधी जिनकी है ,
उनको क्या दिखलायेंगे ,
अच्छे दिन जब आएंगे।
वो जो इस्केम ही खाएंगे ,
प्याज भला क्या खाएंगे।
जिनके पेट में टू जी है ,
आँतों में है कॉमन गेम्स ,
श्याम सखा भी क्या उनकी ,
बंशी नित्य बजायेंगे।
लालू को दे वोट सखा ,
महाठगिया कहलायेंगे।
अच्छे दिनों की दुहाई देने वालों से दो टूक :
जब कटे फटे सर सीमा पार से आएंगे ,
वो अच्छे दिन कहलायेंगे।
जब टूजी फूजी क़ाज़ी लौटके आएंगे ,
वे अच्छे दिन कहलाएंगे ,
मंत्रीप्रधान जब पूडल ही कहलायेगा ,
तब अच्छे दिन फिर आएंगे।
महादेव हर हर ,मोदी घर घर
इटली वाली अम्मा ,को दिखलायेंगे।
इटली वाली अम्मा ,को दिखलायेंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें