शनिवार, 2 जून 2012

लीवर डेमेज की वजह बन रही है पैरासीटामोल (acetaminophen)की ओवर डोज़


लीवर  डेमेज की वजह बन रही है पैरासीटामोल (acetaminophen)की ओवर डोज़ 


साइंसदानों  ने  दावा  किया  है अपने जाने अनजाने एक चौथाई लोग जो 


पैरासीटामोल दवा ले रहें हैं इसकी अधिकतम खुराक का अतिक्रमण कर जातें हैं .

इस दवा की अधिकतम खुराक जो दर्द नाशी के रूप में अनेक देशों में बिना डॉक्टरी नुस्खे के मिल जाती है ४ग्राम प्रति दिन हैं .

जहां उम्र दराज़ लोगों को अकसर यह याद नहीं रहता कि वह कितनी गोली ले चुकें हैं अब तक उस रोज़ वहीँ दूसरे अनेक लोग इस तथ्य से वाकिफ नहीं है कि acetaminophen दूसरे  नुस्खों के साथ ड्रग कोम्बो के रूप में भी चली आ रही है .अमरीका में पैरासीटामोल एशितोमिनोफेंन नाम से ही मशहूर है . 


एक एक नुस्खा सौ सौ नामों से बिक रहा है .यही हाल ड्रग कोम्बोज़ का है .

अकसर लोग साल्ट के नाम से वाकिफ नहीं होते और व्यावसायिक नाम से ही गोली को जानते  हैं और व्यावसायिक नाम एक नहीं अनेक होतें हैं .


इसीलिए यह चूक जाने अनजाने हो जाती है .

अलावा इसके कुछ लोग दर्द नाशी दवा चने मुरमुरे की तरह खातें हैं .कतई वाकिफ नहीं होते ये लोग अतिरिक्त अवांच्छित ओवर डोज़ के नुकसानात से .


माहिरों के अनुसार एक बार में ५०० मिलीग्राम की दो गोलियों से ज्यादा पैरासीटामोल नहीं लेनी चाहिए .दिन भर में कमसे कम चार घंटे के अंतर से इसका सेवन अधिकतम चार बार चिकित्सक के परामर्श के अनुसार किया जा सकता है इससे ज्यादा नहीं .


इसकी आकस्मिक ओवर डोज़ का मतलब होता है/ हो सकता है लीवर डेमेज  .यकृत को होने वाली नुकसानी .  

Acute liver damage 


के  अलावा लीवर फेलियोर होने पर यकृत के काम न कर पाने की स्थिति में दिमाग में खतरनाक तरीके से तरल ज़मा हो सकता है जिसके नतीजे भी उतने ही घातक होतें हैं .

शिकागो स्थित नार्थ वेस्ट्रन यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों ने acetaminophen से  जुडी  इस शोध को संपन्न किया है .

खबरदारी में ही खबरदारी है .  


न दवा की अंडर डोज़ भली न ओवर डोज़ .


सटीक डोज़ का निर्धारण उम्र और शरीर भार के प्रति किलोग्रेम के अनुरूप माहिर ही करते हैं मैं और आप नहीं कर सकते .

8 टिप्‍पणियां:

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून ने कहा…

ओह से तो बहुत रि‍स्‍की है

दर्शन कौर धनोय ने कहा…

हम अनजाने ही इसका काफी सेवन करते हैं ....नाईस पोस्ट

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

सचेत करती पोस्ट

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

उपयोगी सलाह..

मनोज कुमार ने कहा…

और हम लोग बिना डॉक्टर की सलाह लिए, सर्दी, बुखार, दर्द आदि में परासिटामोल लेते रहते हैं।

मनोज कुमार ने कहा…

और हम लोग बिना डॉक्टर की सलाह लिए, सर्दी, बुखार, दर्द आदि में परासिटामोल लेते रहते हैं।

दिगम्बर नासवा ने कहा…

खबरदारी में ही खबरदारी है ... ज्यादा दर्द और बुखार की गोली नहीं लेनी चाहिए ... मैंने देखा है कई लोग थोड़ी बहुत थकान में भी ये गोलियाँ लेलेते हैं ... अच्छी जानकारी दी है आपने ...

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

चेतावनी देती अच्छी पोस्ट