शनिवार, 23 अप्रैल 2011

डॉ .का नुश्खा क्या कहता है ?

डॉ .का नुश्खा क्या कहता है ?
सबसे पहले नुश्खे (प्रिस्क्रिप्शन )पर बीमारी का नाम लिखा जाता है जिसे कहतें हैं डायग्नोसिस यानी रोग निदान इसके लिए अकसर डॉ एक संकेत "ट्रा -इ -एंगिल "का बनाता है उसके आगे रोग का नाम लिखा जाता है ।
मसलन :सी ए डी यानी -कोरोनरी आर्टरी डिजीज विद हाई -पर -टेन -शन।
इसके नीचे दवाओं के नाम लिखे जातें हैं इन अनुदेशों के साथ ,उन्हेंकैसे और कब कितनी बार लेना है ।
मसलन :
१.इकोस्पिरिन -१५० एमजी १ ओ डी (ओडीका मतलब वंस ए दे यानी रोजाना एक गोली )

२.मेट्रोप्रोल लोल -25 mg . 1bd (वन टेबलेट बीडी का मतलब है एक गोली सुबह एक शाम )
३.अटोर्वा -स्टेटिन1० मिलिग्रेम १ एच एस (यानी एक गोली आवर ऑफ़ स्लीप सोते वक्त )।
इसीप्रकार 1 "टी डी एस "का अर्थ होता है दिन में तीन बार,ek ek goli subh ,dopahar aur shaam . तथा १ई डी का अर्थ होता है एक दिन छोड़ के एक दिन यानी हर तीसरे दिन .

2 टिप्‍पणियां:

SANDEEP PANWAR ने कहा…

राम-राम जी,
आपसे एक अनुरोध है कि आप फ़ालोवर या इमेल से प्राप्त करने का विकल्प जरुर दे जिससे हमें आपका नया सुझाव/जानकारी मिल सके।

virendra sharma ने कहा…

shukriya !kuchh kiyaa jaayegaa is dishaa me ,aapkaa sujhaav sir aankhon par .
veerubhai .