मंगलवार, 21 अक्तूबर 2008

ओजोन कवच के बाद अब छीझ रहा है सौर प्रभा मंडल

जिस तरह ओजोन कवच जो अब आवधिक तौर पर छीझ रहा है सौर विकरण के खतरनाक अंश से हमारी हिफाज़त करता है वैसे ही सौर प्रभा मंडल (sun's bubble) न सिर्फ़ सिकुड़ रहा है कमज़ोर भी पड़ रहा है।

नासा के विज्ञानियों के मुताबिक गत दस सालों में यह सौर कवच जो खतरनाक अन्तर-तारकीय विकिरण (inter-stellar radiation) से पृथ्वी की हिफाज़त करता है २५ % छीझ चुका है। यह सब उस अन्तरिक्ष युग का नतीजा है ही आधी शती पूर्व आरम्भ हुआ था।

इसके गहन अध्ययन के लिए विज्ञानी अन्तर तारकीय सीमान्त anveshi (inter stellar boundry explorer) यानी (IBEX) पृथ्वी के दो लाख चालीस हज़ार ऊपर कक्षा में स्थापित करेंगे यह उन shock waves का जायेज़ा लेगा जो हमारे सौर मंडल के अन्तर तारकीय विकिरण के परस्पर मिलन से पैदा होती है। वास्तव में अन्तर तारिकिया धूल एवं विकिरण हमारी galaxy में सर्वत्र व्याप्त है। इनमे वह अति ऊच ऊर्जा गांगेय विकिरण (very high energy galactic radiation) भी मौजूद होता है जो प्राणी जगत के लिए बेहद खतरनाक है, इसी का ९० % अंश हमारा सौर प्रभा मंडल विचिलित कर देता है जिसकी सीमा हमारी हिफाज़त करती है लेकिन यहाँ तो सीमा ही छीझ रही है। यह कहना है dermatologist यानी अन्तः चर्म विज्ञानी डॉक्टर डेविड पौल्सकी का। जायेज़ा लगाइए सौर कवच के छीजने का।

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