बुधवार, 25 नवंबर 2015

राजनीति से विमुख युवा भीड़ भी आज खबरदार है। बैंगलुरु में शहजादे को अपना कद पता चल गया होगा।देश को प्रधानमन्त्री मिलगया है जो आर्त भाव से नहीं बराबरी के भाव से संवाद करता है

माननीय सुधीर चौधरी भाई (ज़ीन्यूज़ ) ,
आप टुकड़खोर ,चाटुकार , साहित्य से अर्थार्जन करने वाले लौटंक साहित्यिक कलहकारों ,चंद बोलीवुडिया कलहकार खानों के व्यवहार की संवेदन हीनता से आहत न हों। कश्मीर का दर्द इनकी संवेदनाओं का वायस नहीं हो सकता। ये इस या उस राजनीति के भड़बूज़ों के पाले हुए हैं। आप सोचते हैं आमिर खान के अंदर ऐंठन उनकी अपनी है। पूरा दगैल तंत्र है इनके पीछे जो देश की सम्पदा को लूट रहा था। कभी नेशनल हेराल्ड के बहाने कभी कोई विदेशी कम्पनी से मुनाफ़ा बटोरने के बहाने। इस्केम तो इनका पेशा था।
इस देश का सहिष्णु मन अब नंगों को नंगा कहना सीख गया है। आज वो विरक्त भाव से ये नहीं कहता -कोई नृप होय हमें का हानि। वह आशावान है एक दगैल तंत्र से मुक्ति के बाद।
राजनीति से विमुख युवा भीड़ भी आज खबरदार है। बैंगलुरु में शहजादे को अपना कद पता चल गया होगा।देश को प्रधानमन्त्री मिलगया है जो आर्त भाव से नहीं बराबरी के भाव से संवाद करता है। विदेशी निवेश का भारत की और बहाव हमारे अनिवासी भारतीयों को भी भारत की और खींचेगा। अभी तक तो ऐसे हालात ही न थे कि दगैल तंत्र के बीच कोई आने का भी सोच सके। जबकि कितने ही वापस आना चाःते हैं। एक स्वच्छ तंत्र चाहिए सबसे पहले जिसकी नींव अब तैयार है।
जैश्रीकृष्णा।

कांग्रेस प्रवक्ता इतने धृष्ट (ढीठ )हैं कि ये अपनी बात तो कहते हैं ,दूसरे की सुनने को तैयार नहीं हैं ,अपनी ढिठाई को ये अपनी दृढ़ता मानते हैं।  चंद मिनिट पहले ही ज़ीटीवी पर इस बात पर बहस हो रही थी कि अ -सहिष्णुता कश्मीरी पंडितों के घर से बेदखल किये जाने पर आमिर -शाहरुख खान और इसी  सोच के अन्य साहित्यकारों को तब क्यों नहीं नज़र आई। चर्चा में कांग्रेस प्रवक्ता राजीव त्यागी भी मौजूद थे ,संविद पात्रा (बीजेपी )के अलावा कश्मीरी पंडितों  का दर्द बयाँ करने के  लिए सुशील पंडित क ,तथा बॉलीवुड के कलाकार शहजाद साहब भी मौजूद थे। चर्चा सलीके से आगे बढ़ रही थी। सुशील पंडित ने ज़िक्र किया कैसे घाटी से निष्काषित  परिवारों के निष्काशन के बाद मात्र एक कमरे की रिहाइश घाटी से पचास किलोमीटर दूर जहां बिजली नहीं  पहुँचती सिर्फ खम्बे हैं मात्र  ३ परिवारों को ही गत १८ साल में कांग्रेस  मुहैया करवाई है।

बात आगे बढ़ते बढ़ते नेहरू जी तक खिसक आई जो देश विभाजन और काश्मीर को उलझा गए।पात्रा अपनी शालीनता बनाए रहे लेकिन राजीव त्यागी त्यागी उन्हें लगातार धमकाते रहे ऊँगली और हथेली को झटक झटक कर। जिस कांग्रेस के ऐसे अ -सहिष्णु प्रवक्ता है वह संसद का शीत कालीन सत्र अ -सहिष्णुता के मुद्दे पे बर्बाद करने जा रही है। कांग्रेस आरोप पहले लगाती है  सबूत बात में तलाशती है। एक आमिर खान ने अपनी पत्नी  की निजी बैडरूम टाक  को आगे करके  एक चैनल पर बयान दे दिया। जनता ने तो नहीं देखा उन्होंने सचमुच क्या कहा था ,कहा भी था या नहीं।

संविद पात्रा ने तो अपने को काश्मीर मुद्दे तक ही सीमित रखा नेहरू वंशावली की बात नहीं की। अगर  सत्र में इस पर चर्चा हो जाए तो देश का बड़ा भला हो। गूगल तो इस कुनबे को वर्णसंकर बतलाता है। गीता में वर्णसंकर की निंदा की गई है। अगर गूगल गलत  है तो उस पर मुकदमा चलाया जाए। और नेहरू वंशावली पर साफ़ साफ़ इस सत्र में बात हो ये देश की जनता चाहती है। अगर गूगल गलत है तो कांग्रेस चुप मारे क्यों बैठी है। बात बात में गला फाड़ने वाले पप्पू और उनकी माँ सोनिया मायनो क्या कर  रही है । देश यही  चाहता है संसद में बस इसी मुद्दे पर बहस हो। किसके पास जाया करने के लिए वक्त है पर जब दर्द इतना बढ़ जाए तो देश चुप भी तो नहीं बैठ सकता। देश के साथ गद्दारी करने वाले देश पर छा जाएँ ,ये देश  अब और बर्दाश्त नहीं करेगा।

Nehru Family Tree - Nehru Gandhi Dynasty, Ghiyasuddin ...

www.speakingtree.in/.../hidden-facts-about-the-nehru-gandhi-dynasty-1...

Mar 2, 2013 - Nehru Family Tree - Nehru Gandhi Dynasty, Ghiyasuddin Ghazi - The ...adopted- a Hindu name Gangadhar Nehru and thus saved his life by the subterfuge. ....Her mother Kamala Nehru was totally against that marriage.

Nehru Family | THE TRUTH OF NEHRU FAMILY

https://nehrufamily.wordpress.com/

So, the man Ghiyasuddin Ghazi (the word means kafir-killer) adopted a Hindu nameGangadhar Nehru and thus saved his life by the subterfuge. Ghiyasuddin ...
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