भ्रष्ट समागम में मिले , लालू और अरविन्द ,
महाभ्रष्ट से मिल रहे ,भ्रष्ट विरोधी रिन्द ।
जागेगा अब हिन्द ,भ्रष्ट सब गले मिलेंगे ,
गाएंगे सब भजन ,बोल जय राधेगोबिंद,
और साथ में जय जय हिन्द।
महाभ्रष्ट से मिल रहे ,भ्रष्ट विरोधी रिन्द ,
श्रीभ्रष्ट स्तुति :
हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे ,
गिरवीं बहुमत पास हमारे ।
पूज्यदेव सब भ्रष्ट हमारे ,
तन मन धन सब इन पर वारे।
2 टिप्पणियां:
सुन्दर व सार्थक रचना प्रस्तुतिकरण के लिए आभार..
मेरे ब्लॉग की नई पोस्ट पर आपका इंतजार....
सामयिक और सटीक।
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