सुखी रहो निंदक जग माहिं, रोग न हो तन सारा ,
हमरी निंदा करने वाला ,उतरे भवन विसारा।
साधौ निंदक मीत हमारा।
निंदक के चरणन की अस्तुति ,बांथों बारंबारा ,
चरण दास कहें सुनिये साधौ ,निंदक साधक भारा।
https://www.youtube.com/watch?v=5QaXuFrVcj0
sadhu nindak mitra humare//rajendra das ji maharaj//sant mahima
1 टिप्पणी:
साधौ निंदक मीत हमारा...........जैसा भी है, तू हमको प्यारा
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