नया मुल्ला अल्लाह ही अल्लाह पुकारे है ,पाक इकोनॉमिक कॉरिडोर में चीन के आर्थिक हितों का वजन इतना ज्यादा है वह इसे लेकर आतंकवाद (जो अब एक आलमी मुद्दा बन गया है )की भी अनदेखी कर रहा है। दो नए मित्रों की दोस्ती से ज्यादा जल्दी ही परवान चढ़ेगी आतंकवाद के मुद्दे पर दो पुराने दोस्तों की दोस्ती -रूस और भारत मिलकर एक आलमी जनमत खड़ा करेंगे इस मुद्दे पर देखते है हाफ़िज़ सईद की अम्मा (चीन )कब तक बकरे को जिबह होने से बचा पाती है।आतंकवाद का जिन्न एक दिन चीन को भी दौड़ाएगा।
सवाल शिखर संवाद (गोवा में संपन्न शिखर सम्मलेन )की सफलता और असफलता का नहीं है। ये अंदर की बात है। रूस और भारत आतंक वाद का सामने से हेड आन मुकाबला करने के साथ एक भूमण्डलीय सहमति भी इसके खात्मे के लिए तैयार करने में जुट रहे हैं।
एशिया का हवलदार बनने को आतुर चीन ने काश्मीर का अपरोक्ष रूप (रीजनल हॉट स्पॉट शुल्ड बे एड्रेस्ड )ज़िक्र करके एक पोज़िशन ले ली है बगल बच्चे पाकिस्तान को यह बतलाकर तू फ़िक्र न कर बच्चे हम तेरे साथ हैं। बस हमारे पैरों के नीचे की जमीन को बचाये रख। पाकिस्तान टूटेगा ही टूटेगा अलबत्ता कुछ हिस्सा उसका चीन की झोली में भी आ जाएगा।
नया मुल्ला अल्लाह ही अल्लाह पुकारे है ,पाक इकोनॉमिक कॉरिडोर में चीन के आर्थिक हितों का वजन इतना ज्यादा है वह इसे लेकर आतंकवाद (जो अब एक आलमी मुद्दा बन गया है )की भी अनदेखी कर रहा है। दो नए मित्रों की दोस्ती से ज्यादा जल्दी ही परवान चढ़ेगी आतंकवाद के मुद्दे पर दो पुराने दोस्तों की दोस्ती -रूस और भारत मिलकर एक आलमी जनमत खड़ा करेंगे इस मुद्दे पर देखते है हाफ़िज़ सईद की अम्मा (चीन )कब तक बकरे को जिबह होने से बचा पाती है।आतंकवाद का जिन्न एक दिन चीन को भी दौड़ाएगा।
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