सोमवार, 2 जनवरी 2012

शराब का शौक बढा रहा है किशोर -किशोरियों में 'रिस्की सेक्स '.

शराब का शौक बढा रहा है किशोर -किशोरियों में 'रिस्की सेक्स '.
ब्रितानी डॉक्टर्स ने चेताया है शराब का चलन किशोर वृन्द में असुरक्षित जोखिम पूर्ण यौन व्यवहार को उकसा रहा है .रोयल कोलिज ऑफ़ फिजिशियंस ,यू. के .के अनुसार किशिर किशोरियों ने इस बात को तस्दीक किया है, शराब की रौ में बहकर वह यौन व्यवहार की हदें पार कर जातें हैं ,असुरक्षित जोखिम पूर्ण यौन संबंधों में चले जातें हैं जिसकी परिणति अवांछित गर्भ धारण और यौन रोगों यौन संक्रमणों में होती हैं .
डेली मेल ने इस खबर को प्रकाशित किया है .
कोलिज ने पेशकश की है पेशेवर डॉक्टरों और तमाम नर्सों से वह उस वक्त यह मुद्दा ड्रिंकिंग लीडिंग टू 'रिस्की सेक्स ' अमंग टीन एजर्स उठाएं जिस वक्त किशोर किशोरियां सेक्स क्लीनिकों में गर्भनिरोधकों और मोर्निंग आफ्टर पिल लेने आयें .ज़िक्र करें खुलकर इस विषय का .कैसे उनका संयम और संकोच शराब तोड़ रही है अभीष्ट की प्राप्ति के लिए .
गौर तलब है हर साल ब्रिटेन में तकरीबन दस लाख किशोरगण इन क्लीनिकों में परामर्श ,यौन संचारी रोगों की शिनाख्त और इलाज़ के लिए आतें हैं .गर्भ जांच के लिए आतें हैं .यही वह वक्त है जब उन्हें बतलाया जाए शराब और सेक्स के प्रति अतिरिक उत्तेजना में न आएं अंतर -निहित खतरों को पहचाने अ -सुरक्षित सेक्स के ,समय पूर्व बनाए गए सेक्स संबंधों के सेहत पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को जाने समझें ..
कोलिज के अन्वेषणों के अनुसार १४ -१५ साला किशोरियों का तकरीबन पांचवां हिस्सा मानता है शराब पीने के बाद वह इन संबंधों में बहुत आगे निकल जातें हैं .ज़रुरत से ज्यादा इतना जितना वह सोच नहीं सकते बढ़ जातें हैं .और १६-३० साला युवतियों का तो अस्सी फीसद यह मानता है यौन सम्बन्ध बनाने से पहले उन्होंने शराब ज़रूर पी थी .
इस रिपोर्ट को तैयार किया है जानेट विल्सन ने .आप यौन स्वास्थ्य और एच .आई .वी के ब्रितानीं संघ से सम्बद्ध हैं .बकौल आपके इस उलझन भरे पेचीदा होते जा रहे मुद्दे को होशियारी के साथ तब उठाया जाना चाहिए जब यह युवा भीड़ सेक्स्युअल हेल्थ चेक अप के लिए आती है .बकौल आपके वह इस मामले में माकूल सलाह देतीं हैं .पांच में से एक किशोर किशोरी आज जोखिम पूर्ण यौन व्यवहार में संलिप्त है उन्हें इसके जोखिम एल्कोहल सर्विसेज के बारे में वह इत्तला देती रहीं हैं .
सन्दर्भ -सामिग्री :-
ड्रिंकिंग लीडिंग टू 'रिस्की सेक्स 'एमंग टीन्स /TIMES TRENDS /THE TIMES OF INDIA ,MUMBAI ,JANUARY 2 ,2012 ,P15
RAM RAM BHAI ! RAM RAM BHAI !
सेहत के नुश्खे :
अलविदा २०११,सलाम २०१२ ,नया साल सबको मुबारक ,साल की हर सुबह हर शाम मुबारक .
सेहत के नुश्खे :
HEALTH TIPS:
सरसों का तेल (कच्ची धानी ) एकल -असंत्रिप्त वसाओं (मोनो -अन -सेच्युरेटिद )की प्रचुरता लिए है कम मात्रा संतृप्त वसाएं (सेच्युरेटिद फेट्स) भी इसमें पाई जातीं हैं और इसीलिए दिल के लिए मुफीद और सस्ते का सस्ता खाने का तेल माना समझा जाता है .अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान की एक शोध में भी इसे दिल के लिए खाने की चिकनाई वाले माध्यम का एक बेहतरीन स्रोत माना गया है .
Mustard oil is rich in monounsaturated fatty acids and low in saturated fats ,making it a heart friendly cooking medium.
कीट पतंग मधु मख्खी ,बर्र आदि ने यदि चमड़ी पर काट लिया है तब पके केले का छिलका आराम से काटी गई चमड़ी पर मलिए .जलन और सूजन दोनों में आराम आयेगा .
Rubbing banana skin on an insect bite relieves irritation and reduces swelling.
RAM RAM BHAI !RAM RAM BHAI !

Q: How bad is it really to stick a cotton swab in my ear?
कुछ लोग गाहे बगाहे माचिस की तीली से ही कान कुरेद लेते हैं तो कुछ बालों की क्लिप से ही यह काम कर लेते हैं .कोटन स्वाब स्टिक तो बाकायदा लोग खरीदतें हैं .ईयर बड्स का ज़वाब नहीं ?लेकिन कितनी निरापद हैं यह ईयर बड्स ?और क्या अंदरूनी कान इनसे कुरेदना वाजिब है .आइए देखें क्या कहतें हैं माहिर -
बेशक सुखद लगता है कान कुरेदना और कुरदवाना.बचपन में माँ अपनी गोद में हमारा सर रखके बालों की क्लिप से ही यह नेक काम कर डालतीं थीं .कई मर्तबा तेज़ दर्द भी होता था लेकिन सुनता कौन था .डाट और पड़ती थी कान हिला दिया .
माहिरों के अनुसार कोटन स्वाब से बाहरी कान कुरेदना साफ़ करना तो ठीक लेकिन अन्दर के कान तक स्टिक डालना मुनासिब नहीं है .ऐसा करने से ईयर वेक्स (कान का कथित मैल ) और अन्दर खिसक जाता है .ईयर केनाल तक पहुँच कर ईयर ड्रम को भी क्षतिग्रस्त कर सकता है .इसे ही आम भाषा में कान का पर्दा फट जाना कहतें हैं .
दर हकीकत कान में थोड़ा सा मैल बने रहना ईयर केनाल की हिफाज़त करता है .
हाँ कान बंद हो गया है तब कान नाक गला विशेषज्ञ के पास पहुँचिये .वह बंद कान खोल भी सकता है हिफाज़त से और कान में डालने वाली दवा (ईयर ड्रोप्स ) भी घर में डालने के लिए दे सकता है .स्वीमिंग पूल (तरण ताल )में नहाते समय ईयर प्लग्स का स्तेमाल करें .कान में बहुत जल्दी संक्रमण लगता है गंदे स्वीमिंग पूल्स से .सावधान रहें ,कान बंद होने पर माहिर के पास पहुंचे

9 टिप्‍पणियां:

सुरेन्द्र सिंह " झंझट " ने कहा…

jeevnopyogi lekh...
नव वर्ष मंगलमय हो ..
बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनायें

Unknown ने कहा…

एक ज्वलंत समस्या पर आपकी यह पोस्ट जाग्रति प्रेरक है। आभार!!

नव वर्ष की अनंत शुभकामनाएँ

डॉ टी एस दराल ने कहा…

शराब पीकर तो आज के युवा इतना बहक जाते हैं की एक लड़की को २०-३० गुंडे सरे आम नोचते नज़र आते हैं . यह घटना न्यू इयर पर गुडगाँव की है .
सरकार को नियंत्रित करना चाहिए .
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें वीरुभाई जी .

डॉ टी एस दराल ने कहा…

वीरुभाई जी , यहाँ भी टिप्पणी गायब हो गई । स्पैम में देखिये ।
नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें स्वीकारिये ।

Naveen Mani Tripathi ने कहा…

BAHUT HI UPYOGI JANKARI MILI .... AP KA BALOG ACHHI JANKARIYON KA KHAJANA NIKLA ... ABHAR KE SATH HI NAV VARSH PR HARDIK BADHAI.

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

समस्या हर जगह यही है।

SM ने कहा…

yes they need to be informed more, in India still Indians as well as schools are not ready to give sex education.

Arvind Mishra ने कहा…

महत्वपूर्ण जानकारियाँ

Pallavi saxena ने कहा…

वाकई यह एक गंभीर समस्या है इस विषय पर खुल के विचार विमर्श होना ही चाहिए साथ ही सरकार को भी इस समस्या से निदान हेतु कोई ठोस कदम उठाने ही चाहिए ...सार्थक आलेख नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें स्वीकार करें