मकसद होता है पाचन तंत्र को विश्राम देकर शरीर में जमा विषाक्त पदार्थों टोक्सिक एलिमेंट्स की निकासी ।
क्या लाभ हैं व्रत उपवास के ?क्या सचमुच सेहत के लिए इसके फायदे हैं ?
(१)समझा जाता है उपवास पाचन प्रणाली को विश्राम देकर शरीर से विषाक्त पदार्थों की निकासी शुरु करवाता है ।
(२)जीवन ऊर्जा वाइटल लाइफ फ़ोर्स को यह जागृति प्रदान करता है ।
(३) मानसिक कुहांसे की छटनी करके मन को एकाग्रता संकेंद्रित करने में मददगार रहता है ।
(४)गुजिस्ता दिनों से जमा संवेगों आवेगों को समझने में मदद करता है उपवास और इससे जागृत ऊर्जा ।एक वाल्व,एक रोशनदान बनके आता है पेंट अप इमोशंस की निकासी का . यहीं से आपको संवेगात्मक भावात्मक स्वास्थ्य लाभ मिलने लगता है ।
(6)शांत और थिर (स्थिर )होने का अवसर मुहैया करवाता है फास्ट ।
लेकिन फास्टिंग का मकसद बस इतना ही नहीं है आप किसी विशेष खाद्य ,भोज को उस दिन न लें .या फिर अन्न जल पूरी तरह छोड़ दें ।
व्रत के अवांछित परिणामों से बचे रहने के लिए कुछ हिदायतों को माना जाए तो अच्छा रहता है तन और मन दोनों के लिए ।
(१) चाय बीडी सिगरेट ,मसाला चाय ,कोफी ,कोला पेय ,केफीन युक्त अन्यउत्पाद से परहेज़ रखा जाए .ये तमाम चीज़ें विषाक्त तत्वों की शरीर से निकासी में दखल देतें हैं ,खलल और विक्षोभ पैदा करतें हैं इस डी -टोक्सिफिकेशन में । .
(२)सामिष भोजन से परहेजी भी ज़रूरी है जो हमारे कायिक तंत्र पर ही फ़ालतू बोझ दाल देता है ।
(३)तला भुना भी इस प्रक्रिया को बाधित करता है ।
(४)परिष्कृत चीज़ों (सूजी ,मैदा ,चीनी आदि )से बचा जाए ।
(५)डिब्बा बंद खाद्य ,तुरतासंशाधित पैकेज्ड फ़ूड इस दिन बिलकुल नहीं चलेगा ।
(६)कोई ड्रिंक्स नहीं .एल्कोहल नहीं ।
(7)हाड तोड़ थकाऊ काम ,मानसिक (दिमाग पे अतिरिक्त बोझ डालने वाले काम )और संवेगात्मक कार्य से इस दिन बचे रहना है .
(८)घर का पका खाना है बाहर तैयार किया गया भोज्य नहीं लेना है ।
बेहद ज़रूरी हैं ये बातें व्रत उपवास के संग कृपया ध्यान दें :-
(१)शीतल शुद्धपेय जल कमसे कम १-२ लिटर ज़रूर लें ।चिल्ड वाटर नहीं पीना है फ्रिज का .
(२)उष :पान और रात को सोते वक्त उष्ण (गुनगुना )जल ही लें .
(३)फलों में जादुई क्षमता है विषाक्त पदार्थों को कायिक प्रणाली से निकाल बाहर करने की .अधिक से अधिक फलों को आज की खुराक में स्थान दें ।
(४)ताज़ी ओरगेनिक सब्जियों का सत (जूस )अमृत तुल्य है शरीर से अपशिष्ट की निकासी के लिए .फलों की तरह ही ताज़ी तरकारियों में तमाम खनिज लवणों ,विटामिनों ,किन्वकों (एंजाइम्स )का डेरा रहता है ।
(५)हर्बल /ग्रीन टी (केफीन फ्री) पी सकतें हैं आप .
10 टिप्पणियां:
खजाने में से हर बार एक मोती बाहर निकल आता है।
बहुत जीवनोपयोगी प्रस्तुति.....
अच्छी जानकारी ।
नवरात्रों में उपवास बहुत से लोगों को सद्बुद्धि देता है ।
कुछ लोग इन दिनों में शराब और नौन वेज नहीं लेते ।
लेकिन नवरात्रे ख़त्म होते ही सारी कमी पूरी कर लेते हैं ।
उपवास रखने में तो बड़ा कष्ट हो जाता है।
वीरुभाई कैसे हैं आप ..?
यह तो थे उपवास के लाभ ...
अच्छी जानकारी के लिए आभार!
कृप्या भूख लगने का नुस्खा भी बताएं ..
ताकि खाने के बाद उपवास पर ध्यान जाए!! हा हा हा ....
शुभकामनाएं!
जानकारी के लिये बहुत आभार आपका.
रामराम.
सर जी ..इस बहुपयोगी जानकारी के लिए आपको आभार ! आपको नवरात्रों के अवसर पर शुभकामनाएं!जय माता दी !
उपवास पर जानकारी पूर्ण पोस्ट
"व्रत उपवास का स्वास्थ्य वैज्ञानिक पहलू."......
स्वाथोपयोगी जानकारी के लिए आभार.
बहुत ही अच्छी प्रस्तुति ।
एक टिप्पणी भेजें