गुरुवार, 15 मार्च 2012

लोक तंत्र का जागरण .

लोक तंत्र का जागरण .
प्रश्न :यदि सुश्री ममता बनर्जी को श्री मनमोहन जी की चाची और श्री मती सोनिया गांधीजी की ताई मान लिया जाए तब मनमोहन और सोनिया का आपस में रिश्ता क्या होगा .?
नोट :यह एक वस्तु  निष्ठ प्रश्न है उत्तर संक्षिप और सटीक एक वाक्य में होना चाहिए .
यह एक व्याख्यात्मक प्रश्न नहीं है .राष्ट्रीय प्रशन है इसलिए कोई ऋणात्मक मूल्यांकन ,निगेटिव मार्किंग नहीं रखी गई है .
उम्र का कोई बंधन नहीं .कोई आरक्षण भी नहीं .सभी ब्लोगर बन्धु , बांधवी मय परिवार उत्तर दे सकतें हैं .इसके ज़रिये  चिठ्ठाकारों की लोकतंत्र के प्रति सजगता का भान हो सकेगा .

11 टिप्‍पणियां:

मनोज कुमार ने कहा…

दीदी ...!

Arvind Mishra ने कहा…

वीरुभाई मैं रिश्ता जोड़ में बहुत कमज़ोर हूँ ! पत्नी से पूछकर बताऊंगा !

ANULATA RAJ NAIR ने कहा…

अटूट रिश्ता है....
चाहे जो हो........
लगता तो मोर्निंग वाक करते मालिक और पामेरियन डोग जैसा सा है...कौन किसका मालिक है पता ही नहीं लगता..

सादर.

virendra sharma ने कहा…

बेशक वफादारी में कोई कमी नहीं है .यही बारहा एक राष्ट्रीय रोबोट बोले है :.'आजमा के देख लो.'

रविकर ने कहा…

सो के जेठ मो

कविता रावत ने कहा…

रिश्ता तो फिर भी राजनीति का ही कहलाया जाएगा..

डॉ. दिलबागसिंह विर्क ने कहा…

rajniti men rishte hote hi kahan hai...........svarth ke rishte ke siva
ब्लॉग -------साहित्य सुरभि

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून ने कहा…

साढ़ू कि रिश्ते के बारे में, एम. ए. की क्लास के दौरान हमें एक बार रामदरश मिश्र जी ने कुछ यूं बताया, कि उनसे किसी ने पूछा कि हलवाई ने इमरती और जलेबी बनाई -- एक ग्राहक एक किलो इमरती ले गया तो दूसरा एक किलो जलेबी. अब कोई बताए कि उन दोनों ग्राहकों के बीच आपस में क्या संबंध हुआ. जबकि लोग इसे ही साढ़ू का रिश्ता बताते हैं. UPA में भी इसी तरह की आपसी साढ़ूगिरी है.

Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून ने कहा…

कि=के

अशोक सलूजा ने कहा…

वीरू भाई ...रिश्ते तो बनते ..बिगड़ते है आजकल
दोस्ती नही ..?

इस लिए आज का रिश्ता आप ही बता दो या बना दो |राम-राम !

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

रिश्ता कुछ भी हो,मैडम ही बोलेगें,....

MY RESENT POST... फुहार....: रिश्वत लिए वगैर....