शनिवार, 6 अक्टूबर 2018

विज्ञानटून (scientoon )के दो हिस्से होते हैं। एक हिस्से में तथ्यात्मक सूचना होती है और दूसरे में उससे जुड़ी हुई समस्या का निदान

विज्ञानटून (scientoon )के दो हिस्से होते हैं। एक हिस्से में तथ्यात्मक सूचना होती है और  दूसरे में उससे जुड़ी हुई

समस्या का निदान और विनोदपूर्ण

खुलासा ,विनोदी व्यंग्यातमक रूपक शैली में। इसे ज़रा सा समझना होगा। मान लीजिये किसी महानगर के किसी ख़ास

स्थान पर शोर का स्तर सर्वाधिक है। तब वहां के लोगों के स्किन रेज़िस्टेंस में तब्दीली आ जायेगी।एक चिड़चिड़ा पन

दिखेगा। भारत जैसे विकास शील देशों में लोगों को बात बे -बात हॉर्न बजाने की आदत होती है लाल बत्ती पर भी


आपको कई काबिल लोग हॉर्न बजाते दिख जायेंगे अपने वाहन का। शोर के अभ्यस्त लोगों को छुट्टी वाले दिन हो सकता

है नींद न आये।उसके गिर्द कृत्रिम शोर किया जाए तो हो सकता है वह सो भी जाए।

अब समस्या को रेखाचित्रों के ज़रिये विज्ञान कॉर्टून दर्शायेगा ,बड़े ही रोचक अंदाज़ में।

एक और उदाहरण लेते हैं समस्या है अवैतनिक सफाई कर्मचारी गिद्द का सफाया। फसलों पर किये गए बे -हिसाब

कीटनाशी खरपतवार और नाशी जीवों के छिड़काव से यह  समस्या पेश आई।मरे हुए पशुओं को खाने वाले ये

स्कैवेंजर इन्हें खाकर खुद मर गए कारण इनके चारे में कीट नाशी था। लिहाज़ा मृत अवशेषों के निपटान की समस्या  उस

इलाके में  पैदा हो गई।

एक दूसरा इलाका है जहां ऑर्गेनिक फार्मिंग होती है चील कौवों का डेरा बसेरा है वृक्षों पर परिंदों की रौनक है। ये गाँव

स्वच्छ दिखता है।  इस समस्या का दिग्दर्शन विज्ञानटून दिखलायेगा।

Each scientoon has two distinct parts- a box containing scientific information, data or new research results, and an attached cartoon, which makes entire information communicable to the audience.

Scientoonist: Cartoons are combination of caricature (distorted drawing) and satire (humorous comment). Scientoons are cartoons based on science that not only make you laugh or smile but also they convey lot of scientific information/data/researches/concepts in a simple, understandable and   interesting manner. They are one generation ahead than other science cartoons.   

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