शनिवार, 21 नवंबर 2009

शीघ्र पतन (प्रिमेच्युओर इजेक्युलेष्ण )से राहत के लिए स्प्रे ...

जापानी दवा कम्पनीशिओनोगी की एक डिविज़न "ड्रग मेकर स्सिएले फार्मा ने अमरीकी दवा संस्था को एक स्प्रे को मंजूरी देने के लिए आवेदन किया है ,जिसके मैथुन से ५ मिनिट पहले स्तेमाल से पुरुषों को शीघ्र पतन से थोड़ी राहत मिल सकती है ।
एक अनुमान के अनुसार १८ -५९ साला एक तिहाईअमरीकी मर्द मैथुन रत होने के एक मिनिट बाद ही शिखर को छूलेते हैं ।लेकिन आदिनांक ऐसा कोई भी इलाज़ ऍफ़ दी ऐ से स्वीकृत इन लोगों को मयस्सर नहीं हैं .
यह दवा प्रायोगिक नाम पी एस दी ५०२ के नाम से जानी जा रही है .यह कोम्बो है दो नम्बिंग (सुन्न करने वाली )एजेंट्स "लिदोकैने "और "प्रिलोकैने "का .केलिफोर्निया यूनिवर्सिटी सां -फ्रांसिस्को के इरा शर्लिप और साथियों ने इसका परिक्षण ३०० ऐसे मर्दों पर किया है जो प्री -इजेक्युलेष्ण की समस्या से ग्रस्त थे .इन्हें मैथुन से पाँच मिनिट पहले शिश्न पर इस स्प्रे को छिड़कने के लिए कहा गया .तीन माह तक जारी इस अध्धय्यन के अंत में पता चला जो मर्द पहले मैथुन रत होने के एक मिनिट बाद ही स्खलित हो जाते थेउनमे से ६० फीसद अब तीन मिनिट तक मैथुन रत रहने के बाद ही शिखर पर पहुँच रहें हैं ।
स्टानले अल्थोफ़ (सेंटर फॉर मेरिटल एंड सेक्स्युअल हेल्थ ,साउथ फ्लोरिडा )समय से पहले स्खलन (प्री मेच्युओर इजेक्युलेषण )औरत और मर्द दोनों के ही यौन जीवन पर नकारात्मक असर छोड़तें हैं .कुछ के लिए तो यह शर्मिंदगी का सबब बन जाता है ।सेक्स्युअल मेडिसन सोसायटी ऑफ़ नोर्थ अमरीका ,की सां डिएगो में आयोजित एक बैठक में शोध कर्ताओं ने बतलाया -स्प्रे की आज़माइश जिन ५०० लोगों पर की गई उन्हें
स्प्रे के स्तेमाल के बाद संतुष्ट देखा गया । यौन संबंधों से जुड़ी है हमारे मानसिक स्वास्थ्य की नवज ।
सुरक्षा कवच धारण कर कुरुक्षेत्र के मैदान में कूदना ही काफ़ी नहीं है ,कोई हताहत भी तो हो शिखर को छूने से पहले इधर उधर बमबारी कर ना खिसक ले .अक्सर होता यही है .

1 टिप्पणी:

arun prakash ने कहा…

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