भ्रष्ट समागम में मिले , लालू और अरविन्द ,
महाभ्रष्ट से मिल रहे ,भ्रष्ट विरोधी रिन्द ।
जागेगा अब हिन्द ,भ्रष्ट सब गले मिलेंगे ,
गाएंगे सब भजन ,बोल जय राधेगोबिंद,
और साथ में जय जय हिन्द।
महाभ्रष्ट से मिल रहे ,भ्रष्ट विरोधी रिन्द ,
श्रीभ्रष्ट स्तुति :
हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे ,
गिरवीं बहुमत पास हमारे ।
पूज्यदेव सब भ्रष्ट हमारे ,
तन मन धन सब इन पर वारे।
3 टिप्पणियां:
जय मां हाटेशवरी....
आप ने लिखा...
कुठ लोगों ने ही पढ़ा...
हमारा प्रयास है कि इसे सभी पढ़े...
इस लिये आप की ये खूबसूरत रचना....
दिनांक 23/11/2015 को रचना के महत्वपूर्ण अंश के साथ....
चर्चा मंच[कुलदीप ठाकुर द्वारा प्रस्तुत चर्चा] पर... लिंक की जा रही है...
इस चर्चा में आप भी सादर आमंत्रित हैं...
टिप्पणियों के माध्यम से आप के सुझावों का स्वागत है....
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...
कुलदीप ठाकुर...
सुन्दर व सार्थक रचना प्रस्तुतिकरण के लिए आभार..
मेरे ब्लॉग की नई पोस्ट पर आपका इंतजार....
सामयिक और सटीक।
एक टिप्पणी भेजें