मंगलवार, 25 जून 2013

यहाँ क़ानून सबके लिए यकसां हैं

यहाँ क़ानून सबके लिए यकसां हैं 

यहाँ क़ानून एक समान सबके लिए पालना के लिए हैं .किसी को कोई विशेषाधिकार प्राप्त नहीं है .कोई यह नहीं कहेगा लागू करवाने वाले व्यक्ति को -तू जानता नहीं मेरा बाप कौन है .कोई सदनिया (सांसद या विधायक )किसी ट्रेफिक पुलिस इंस्पेकटर को सदन में बुलाके लात घूसों से नहीं पिटेगा .यकीन मानिए ये मेरा इस मुल्क का पांचवां दौरा (फेरा )है विजिट है हर बार सोचा लिखूं ये रोजमर्रा के जीवन की बातें जो हमारे नागर बोध हमारी सिविलिटी (Civility )से ताल्लुक रखतीं हैं लेकिन हर बार हेल्थ इश्यूज हावी रहे रिपोर्टिंग पर .

इस मर्तबा बीड़ा उठाया है आपके साथ शेयर करू कुछ अनुभव .यह मुल्क अमरीका है यहाँ कायदा क़ानून बराक ओबामा और मिशेल ओबामा और अमरीका के आम जन के लिए यकसां हैं कोई फर्क नहीं है .और हाँ भारतीय जन बढ़ चढ़के पालन करते हैं नियम कायदों का .मसलन यहाँ पार्टीज़ का मतलब है शराब तो सर्व की ही जायेगी .लेकिन अगर आपको पार्टी में आना है तो आप या तो ड्राईवर लेकर आयेंगें या गाड़ी फिर आपकी गैर पियक्कड़ बीवी चलायेगी जो शराब से परहेज़ करती है .आप हरगिज़ शराब पीकर गाड़ी नहीं चलायेंगें .

गली कूचों ,उपमार्गों  पर भी 'स्टॉप 'सिग्नल पर रुकेंगें चाहे सड़क  खाली हो समय आधी रात  के बाद का ही क्यों न हो .अपनी लेन आप हर गिज़ नहीं बदलेंगें .

यदि कोई बुजुर्ग जेब्रा क्रोसिंग पे आ ही गया है आप गाड़ी रोक देंगें .उसे आराम से जाने के लिए कहेंगें .आप वेट करेंगें .उसे डराने के लिए आप स्पीड नहीं बढ़ाएगें .कोई भी कहीं भी फ्री वे या उपनगरीय रास्तों पर इंगित गति का अतिक्रमण नहीं करेगा .वरना टिकिट मिलेगी .पेशी होगी .निगेटिव पाइंट्स मिलेंगे .एक ख़ास अंक योग के बाद ड्राइविंग लाइसेंस भी रद्द कर दिया जाएगा .जुर्माना होगा सो अलग .

सिगरेट पीकर खाली डिब्बी सड़क पे नहीं फेंकेंगे .टेबलेट खाके रैपर जेब के हवाले करेंगें .घर आके फेंकेंगे .

एक किस्सा याद  आ रहा है .यहीं कैंटन (मिशिगन )का है .मेरी बेटी CVS PHARMASY दवा लेने गई .गाड़ी थी -SUV  पार्क करते समय भूल हुई गाड़ी  एक और काले रंग की ही SUV  से टकरा गई  जो पार्किंग में पहले से खड़ी थी ..

एक पल को बेटी हतप्रभ हुई सामने वाली गाड़ी  की हेड लाईट टूट गई थी .पल भर को विचार आया किसी ने देखा तो है नहीं भाग जाऊं .लेकिन उसने ऐसा नहीं किया वह अन्दर गई .मेनेजर से घोषणा करवाई उस गाड़ी का मालिक रिसेप्शन पर आ जाए .बेटी ने उसे कहा -आई एम सोरी .आई हेव बैंग्द माई वीकल इनटू योर SUV .

"कम आन यंग लेडी लेट अस इंस्पेक्ट ."ओह !आई ऍम सोरी फॉर यु .योर वीकल इज बींग देमेज्ड मोर देन माइन .

९  ० १ पर फोन किया पांच मिनिट में पुलिस हाज़िर और अगले पांच मिनिट में कागज़ तैयार ताकि इंश्योरेंस कवर ले लिया जाए .

जाते जाते उस एफ्रोअमरीकन से बेटी का परिचय भी हो गया .पता चला वह भी कैंटन मिशिगन में ही रहता है उसने तपाक से कहा -वाक इन टू माई प्ले स यंग लेडी सम टाइम्स .हेव ए ग्रेट डे ."यु टू "सेड माई डाटर .

कोई रोड रेज़ नहीं कोई लफड़ा  नहीं . 

पार्टी के लिए यहाँ भी आप कम्युनिटी हाल बुक  कर सकते हैं .ध्यान रहे कोई अन -यूज्ड आइटम ,भी छूट न जाए .पार्टी के बाद सब मिलके सारे इलाके को, कारपेट एरिया को वेक्यूम क्लीन करते हैं .लगता है यहाँ कुछ हुआ ही न था .चाक चौबंद रहता है सफाई का स्तर पहले जैसा .वरना आप जानते हैं जुर्माना है पांच सौ डॉलर .

आप किसी स्टोर में घुस रहें हैं और कोई गोरा गेट पे पहुँचते हुए आपको आते देख लेता है वह गेट खोलके खड़ा रहेगा जब तक आप निकल न जाए खासकर यदि आप बुजुर्ग हैं .

आप हेंडी कैप हैं छड़ी लेके चलते हैं मेरी तरह, आपके लिए कहीं भी कोई क्यू  नहीं है न सिक्युरिटी चेक पे न कहीं और .विशेष सुविधाएं हैं सब जगह पार्किंग सुरक्षित है गेट के पास वाली आपके लिए .बच्चों को भी विशेष तवज्जो हर मामले में दी जाती है .

आप बच्चे को हर गिज़ गोद में लेके आगे की सीट पे अपनी गाड़ी  में नहीं बैठेंगे .उसकी सीट फिक्स्ड है .उम्र के हिसाब से उसका मुंह गाड़ी  की आगे गति की ओर  या पीछे रखा जाएगा .गाड़ी  पे पीछे लिखा होगा बेबी आन बोर्ड .बच्चा सीट बेल्ट से बंधा होगा सौ फीसद .केलिफोर्निया में पीछे वाली सवारियों के लिए भी सीट बेल्ट कार में बाँधने का नियम है .नियम तोड़ने का मतलब आप जानते हैं ही .यहाँ क्या होता है .यहाँ नियम टूटने के लिए नहीं पालना के लिए बनता है .

(ज़ारी )

कैसा विकास है यह मनमोहन भैया 

आज पहला दिन है यहाँ कैंटन (मिशिगन )में गर्मी का .तापमान ९ ० 

फारेनहाईट के पार गया है .रेडिओ पे समाचार है अपने पेट्स का 

ख़याल रखें . खासकर उनका जिन्हें ज़ंजीर में बाँध के रखा जाता है उनकी 

पहुँच पानी तक ज़रूर रहे छाया वाले ठंडे हिस्से तक भी हो 

.कारपेट एरिया में वह आराम से आ जा सकें .

यह अमरीका है भाई साहब जहां स्वान (कुत्ता )यूं पर्यावरण का उस रूप 

में कभी हिस्सा नहीं रहा है लेकिन अमरीकियों ने उसे बनाया है 

अपने आशियाने (घर )के केंद्र में बिठाया है .यहाँ अमरीकियों के घर के 

बाहर लिखा होगा -Home is where my dog is .हालाकि 

लिखा होना चाहिए Home is where my God is .शब्दों को उलटे क्रम 

में लिखना होगा बस .ॐ शान्ति .

एक हम हैं यकीन मानिए मुम्बई के गेट वे आफ इंडिया के ताज होटल के सामने रोज़ सुबह की सैर करता रहा हूँ .रोज़ साढ़े छ : से  

सात बजे तक .बाद इसके 

ब्रह्मा कुमारीज़ ईश्वरीय केंद्र में सुबह की क्लास अटेंड करता था,साढ़े 

साथ से साढ़े आठ तक  .उससे पहले सैर .१ २ जून ,२ ० १ ३ 

तक यही क्रम था .१ ३ जून को 

मुंबई से उड़के वाया फ्रेंकफर्ट ,डलैस (वाशिंगटन डीसी )यहाँ कैंटन 

(मिशिगन )पहुंचा हूँ .

मैं रोज़ देखता था ताज के ठीक सामने फुट पाथ पे  सोये नंगे भूखे लोग 

,शौच  करते फुटपाथी शैया के गिर्द नंग धडंग बच्चे ,साथ में 

सोते स्वान .कैसा आर्थिक विकास है यह .ग्रोथ रेट है यह एह्लुवालिया 

साहब मनमोहन सिंह जी .किसको  बहका रहें हैं आप लोग ?



यहाँ वह घसियारा (गोल्फकार्ट चलाता ),ग्रास मोवर से मैदानी घास की 

ट्रिमिंग करता भी उतना ही खुशहाल दिखा .गाड़ी लिए दिखा 

जैसे कोई और अमरीकी .उसके चेहरे पे वही ताजगी दिखी वही रौनक 

विश्वास  जो आम अमरीकी के चेहरे पे दिखती है .बुनियादी 

सुविधाएं मयस्सर हैं उसे जीवन की .यहाँ के कथित स्लम्स के बाहर भी 

छोटी गाड़ी  है .एक नहीं दो दो .छोटा सा ही सही साफ़  सुथरा 

घरौंदा है और मेरे भारत में एक मैड पूरे माह घिसटती है तब कहीं हज़ार 

पन्द्रह सौ पाती है .श्रम की कोई कीमत नहीं यहाँ श्रम का मान 

है . 



कैसा विकास है यह मनमोहन भैया 

ॐ शान्ति .





1 टिप्पणी:

अशोक सलूजा ने कहा…

वीरू भाई राम-राम !
लिखते जाइए ....हम पढ़ते जायेंगे ...जो मैं यहाँ कैनेडा में देख कर महसूस कर रहा हूँ ..वोही आप सब लिखकर मेरा भी काम कर रहे हैं ..जो मैं नही कर सकता था ..आप तो लेखक है भाई जी !
आभार!