भोपाल जेल से सिमी के आठ खूंखार आतंकियों का कर्तव्य निष्ठ जेलर की हत्या करके फरार हो जाना फिर गाँव वालों की मदद से निश्चित सूचना मिलने पर पुलिस एनकाउंटर में चन्द घंटों बाद ही मारा जाना देश के लिए परम संतोष का विषय होना चाहिए लेकिन ,दिग्विजय सिंह और ओवेसी जैसी सोच के लोगों से यह पच नहीं रहा है। बकौल इनके भीड़ को आतंकियों की गोली से मारे जाने का तो हक़ है लेकिन आत्मसुरक्षा में उन्हें मार डालने का हक़ नहीं है। क्या पुलिस को उनसे पहले उन सिम्मी के ज्ञात आतंकियों से उनकी जाति पूछनी चाहिए थी ?
और यदि दुर्मुख दिग्विजय सिंह जी को इतनी ही उनसे हमदर्दी है तो पहले उनका विधिवत श्राद्ध करें और फिर उस कर्तव्य निष्ठ जेलर की लड़की की शादी करवाएं जिसके लग्न तिथि सब सुनिश्चित हो चुकी थी।
दोस्तों ये वही दिगपराजय सिंह हैं जिन्होनें ओसामा के लिए कहा था -सम्मान पूर्वक सुपुर्दे ख़ाक किए जाने का हक़ ओसामा जी को भी हासिल था। हमने तब भी कहा था आप अपने भोपाली आँगन में इनकी कब्र बनवा दें। चादर चढ़ाया करें नित उस पर।किसने रोका है ?
यह प्रतिक्रिया सिम्मी आतंकियों के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने के बाद अज़ीमतर दोस्त डॉ नन्द लाल मेहता वागीश से एक दूर संवाद विमर्श के बाद लिखी गई है।
एक और प्रतिक्रिया पढ़िए इसी बाबत जो मैंने रात को (कैंटन ,मिशिगन के स्थानीय समय रात्रि दो बजे प्लेटर हिंदी पर लिखी थी ):
और यदि दुर्मुख दिग्विजय सिंह जी को इतनी ही उनसे हमदर्दी है तो पहले उनका विधिवत श्राद्ध करें और फिर उस कर्तव्य निष्ठ जेलर की लड़की की शादी करवाएं जिसके लग्न तिथि सब सुनिश्चित हो चुकी थी।
दोस्तों ये वही दिगपराजय सिंह हैं जिन्होनें ओसामा के लिए कहा था -सम्मान पूर्वक सुपुर्दे ख़ाक किए जाने का हक़ ओसामा जी को भी हासिल था। हमने तब भी कहा था आप अपने भोपाली आँगन में इनकी कब्र बनवा दें। चादर चढ़ाया करें नित उस पर।किसने रोका है ?
यह प्रतिक्रिया सिम्मी आतंकियों के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने के बाद अज़ीमतर दोस्त डॉ नन्द लाल मेहता वागीश से एक दूर संवाद विमर्श के बाद लिखी गई है।
एक और प्रतिक्रिया पढ़िए इसी बाबत जो मैंने रात को (कैंटन ,मिशिगन के स्थानीय समय रात्रि दो बजे प्लेटर हिंदी पर लिखी थी ):
As I see it with Sanjeev Srivastava! 1st November, Tuesday
-11:26
2 टिप्पणियां:
बहुत खूब ... लाजवाब और सटीक लिखा है ... सहमत सैट प्रतिशत आपकी बात से ...
ह्त्या जेलर की नहीं गार्ड की हुई थी
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