लंदन यूरोपियन ऐस्ट्रोलोजिस्ट्स की एक टीम ने सूरज के चारों तरफ चक्कर लगाने वाले एक नए धूमकेतु (कॉमेट) की खोज की है। यह धूमकेतु आकार में काफी छोटा है और अंतरिक्ष में प्रकाश पुंज की तरह चमक रहा है। टेड ऑब्जरवेटरी टेनरिफ ऐस्ट्रॉयड सर्वे टीम के शोधकर्ताओं ने इसे 'पी/2014 सी1 या टोटोस' नाम दिया है। इस धूमकेतु की कक्षा बृहस्पति और मंगल के बीच स्थित है। ऐसे में इसके पृथ्वी के नजदीक आने की संभावना नहीं है।
बता दें कि यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने स्पेन स्थित अपने ऑप्टिकल ग्राउंड स्टेशन से एक फरवरी को इस धूमकेतु की खोज की थी। अंतरराष्ट्रीय खगोलीय संघ के सूक्ष्म ग्रह केंद्र ने चार फरवरी को इसकी खोज की पुष्टि की घोषणा की थी, वहीं इससे पहले आठ अन्य वैधशालाएं इस धूमकेतु के देखे जाने की पुष्टि कर चुकी थीं। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि सभी धूमकेतु अपने आप में खासा महत्व रखते हैं क्योंकि इन्होंने पृथ्वी के निर्माण की प्रक्रिया में यहां पानी लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पिछले साल यूरोपीय टीम के अंतरिक्षयान रोसेटा ने एक अन्य धूमकेतु की खोज की थी।
ORBIT OF COMET P/2014 C1 TOTAS

बता दें कि यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने स्पेन स्थित अपने ऑप्टिकल ग्राउंड स्टेशन से एक फरवरी को इस धूमकेतु की खोज की थी। अंतरराष्ट्रीय खगोलीय संघ के सूक्ष्म ग्रह केंद्र ने चार फरवरी को इसकी खोज की पुष्टि की घोषणा की थी, वहीं इससे पहले आठ अन्य वैधशालाएं इस धूमकेतु के देखे जाने की पुष्टि कर चुकी थीं। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि सभी धूमकेतु अपने आप में खासा महत्व रखते हैं क्योंकि इन्होंने पृथ्वी के निर्माण की प्रक्रिया में यहां पानी लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पिछले साल यूरोपीय टीम के अंतरिक्षयान रोसेटा ने एक अन्य धूमकेतु की खोज की थी।
COMET P/2014 C1 (TOTAS)
COMET P/2014 C1 (TOTAS)

1 टिप्पणी:
टोटोस का परिचय करने के लिए आभार !
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